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Saturday, September 13, 2025

CM अरविंद केजरीवाल ने DPSRU में शुरू की ध्यान एवं योग विज्ञान केंद्र की शुरूआत

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—योग केंद्र की स्थापना दिल्ली सरकार का सपना, जन आंदोलन में बदलने की तैयारी
– योग सीखने की इच्छा जताते हैं, तो दिल्ली सरकार मुफ्त में इंस्ट्रक्टर मुहैया कराएगी
– 450 योग इंस्ट्रक्टर तैयार किए जा रहे, दो अक्टूबर से मुफ्त इंस्ट्रक्टर उपलब्ध

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दिल्ली फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी में ध्यान और योग विज्ञान केंद्र (मेडिटेशन एंड योगा साइंस सेंटर) का उद्घाटन किया। सीएम ने कहा कि योग केंद्र की स्थापना हमारा सपना रहा है, हम योग को जन आंदोलन में बदलना चाहते हैं और इसके लिए हमने बजट का भी प्रावधान किया है। अगर 20-40 लोग ग्रुप बना कर योग सीखने की इच्छा जताते हैं, तो दिल्ली सरकार उन्हें मुफ्त में इंस्ट्रक्टर मुहैया कराएगी। अभी 450 योग इंस्ट्रक्टर तैयार किए जा रहे हैं और दो अक्टूबर से हम लोगों को मुफ्त इंस्ट्रक्टर उपलब्ध कराना शुरू कर देंगे। योगा करने से इम्यूनिटी अच्छी होगी और कोरोना से भी बच सकेंगे। पोस्ट कोविड के दौरान भी योग काफी मददगार साबित होगा। वहीं, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने परिकल्पना की थी कि जो लोग मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग को अपनाना चाहता है, उनको शिक्षक उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सरकार लेगी। यह एक साल का कोर्स है। इसमें पतंजलि का योग है, तो भगवान बुद्ध का ध्यान भी बड़ी सिद्दत से शामिल किया गया है। इस दौरान सीएम और डिप्टी सीएम ने टीचर्स एंड स्टूडेंट्स मैनुअल और पुस्तक का भी विमोचन किया। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल योग दिवस है और मैं समझता हूं कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को इससे अच्छे तरीके से और नहीं मनाया जा सकता था। हम लोग यहां सेंटर फॉर मेडिटेशन एंड योगा साइंसेज शुरू करने जा रहे हैं। हम लोगों का यह सपना था। हम लोग डेढ़-दो साल से बहुत गंभीरता से सोच रहे थे कि किस तरह से दिल्ली के हर व्यक्ति तक योगा को पहुंचाया जाए। हम सब ने यह एक वाक्य कई बार सुना है कि योग को जन आंदोलन बनाना है।

दुनिया को भारत ने योग और ध्यान सिखाया है : सिसोदिया

इस दौरान उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने योग दिवस की सभी को शुभकमनाएं देते हुए कहा कि बजट के दौरान इस पूरे प्रोग्राम की घोषणा की गई थी। योग दिवस के अवसर पर हम इसे आगे बढ़ाने के लिए एक पायदान पर पहुंच गए हैं। इसकी परिकल्पना सीएम अरविंद केजरीवाल ने रखी थी। उन्होंने परिकल्पना रखी थी कि दुनिया को भारत ने योग और ध्यान सिखाया है। आज दुनिया में कहीं मेडिटेशन और ध्यान की बात होती है, तो भारत की बात होती है। दुनिया में कहीं भी योग की बात होती है, तो भारत की बात होती है। ऐसे में राजधानी के लोग योग से वंचित क्यों रहें। उन्होंने इसकी परिकल्पना की कि क्या ऐसा नहीं हो सकता है कि सरकार यह जिम्मेदारी ले कि दिल्ली के हर एक व्यक्ति को जो योग करना चाहता है, जो योग सीखना चाहा है या रोजमर्रा की जिंदगी में योग को शामिल कर अपने दिन की शुरूआत करना चाहता है, अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग को अपनाना चाहता है, उसको योग और मेडिटेशन के शिक्षक उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सरकार ले और आखिरकार आज यहां 450 योग और मेडिटेशन के इंस्ट्रक्टर के ट्रेनिंग का कार्य शुरू कर रहे हैं। पहले तीन महीने की ट्रेनिंग काफी आक्रामक होगी। उसके बाद यह सब लोग क्षेत्र में जाकर लोगों को योगा और मेडिटेशन की प्रैक्टिस कराना शुरू कर सकते हैं और साथ-साथ अपना कोर्स भी जारी रख सकेंगे। यह पूरा डिप्लोमा एक साल का है। इसका यह पहला है।

सेंटर फॉर मेडिटेशन एंड योग साइंसेज का उद्घाटन

डीपीएसआरयू के कुलपति प्रो. रमेश के. गोयल ने कहा कि कोविड-19 के इस कठिन समय के दौरान इस ध्यान और योग विज्ञान केंद्र के उद्घाटन ने हमें एक नई ऊर्जा, आशा दी है। डीपीएसआरयू को 1964 में एक इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी के रूप में स्थापित किया गया था और फिर, 2008 में एक विश्वविद्यालय के रूप में इसकी कल्पना की गई थी। दिल्ली सरकार की मदद से 2015 में भारत का एकमात्र फार्मास्युटिकल साइंसेज यूनिवर्सिटी और दुनिया का तीसरा ऐसा विश्वविद्यालय तीव्र गति से विकसित किया गया था। हमने केवल 7 पाठ्यक्रमों के साथ शुरुआत की थी और 2020 में, हमने पाठ्यक्रमों की संख्या बढ़ाकर 17 कर दी, जो अब डीएमएलटी, बीएमएलटी, बी-फार्मा सहित 24 पाठ्यक्रमों तक बढ़ गया है। आयुर्वेद, एम.एससी. (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), और कई अन्य विभिन्न पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। इसमें न केवल फार्मेसी शामिल है, बल्कि उन विषयों के विविध वर्ग को भी दर्शाता है, जिन पर विश्वविद्यालय फिजियोथेरेपी, प्रबंधन, विनियम, जैव प्रौद्योगिकी, आयुर्वेद, सार्वजनिक स्वास्थ्य और अस्पताल प्रबंधन सहित ध्यान केंद्रित करता है। अब सेंटर फॉर मेडिटेशन एंड योग साइंसेज का उद्घाटन किया जा रहा है, जो दिल्ली के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को जमीनी स्तर तक ले जाएगा। ऐसे समय में भी, कुल 51 छात्रों ने राष्ट्रीय प्रतियोगी परीक्षा उत्तीर्ण की है, जो फार्मेसी के लिए स्नातक योग्यता परीक्षा है, जिसमें हमारे छात्रों ने पहली और चैथी रैंक हासिल की है।

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