भोपाल। मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले का नाम अब आधिकारिक तौर पर ‘आलिराजपुर’ हो गया है। यह फैसला स्थानीय लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। गृह मंत्रालय ने इस बदलाव को मंजूरी दे दी है, और राज्य सरकार ने सोमवार को औपचारिक अधिसूचना जारी कर दी। इससे जिले की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को मजबूती मिलेगी।
नाम बदलाव की प्रक्रिया: कैसे हुआ यह संभव?
अलीराजपुर के निवासियों ने सालों से नाम को ‘आलिराजपुर’ करने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि यह नाम जिले की असली संस्कृति और इतिहास को बेहतर तरीके से दर्शाता है। जिला कलेक्टर ने इस मांग को लेकर राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा, जो आगे केंद्र सरकार के पास गया। आखिरकार, 21 अगस्त को गृह मंत्रालय ने ‘नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट’ (एनओसी) जारी कर दिया। अब यह बदलाव तुरंत लागू हो गया है।
सभी सरकारी दस्तावेज, रिकॉर्ड, नक्शे और प्रशासनिक कामकाज में नया नाम ‘आलिराजपुर’ इस्तेमाल होगा। साइन बोर्ड, डिजिटल सिस्टम और जनसंपर्क सामग्री को अपडेट करने का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। यह कदम न सिर्फ स्थानीय भावनाओं का सम्मान करता है, बल्कि क्षेत्र की पहचान को भी मजबूत बनाता है।
जिले का इतिहास और महत्व
अलीराजपुर जिला 17 मई 2008 को झाबुआ जिले से अलग होकर बना था। इसका नाम अपने मुख्यालय अलीराजपुर के नाम पर रखा गया था। यह जिला आदिवासी विकास और क्षेत्रीय शासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। नाम बदलाव को क्षेत्र की विरासत का प्रतीक माना जा रहा है।
मांग की शुरुआत 2012 में हुई थी, जब एक स्थानीय संगठन ने तत्कालीन मंत्री अंतर सिंह आर्य की अध्यक्षता में जिला योजना समिति की बैठक में ज्ञापन सौंपा। इसमें ऐतिहासिक और सांस्कृतिक कारण बताए गए। समिति ने एकमत से प्रस्ताव को समर्थन दिया, और लंबी प्रक्रिया के बाद यह सपना साकार हो गया।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया: खुशी और गर्व का माहौल
स्थानीय नेता और निवासी इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। उनका मानना है कि यह बदलाव जिले की विरासत का सम्मान है। इससे क्षेत्रीय गर्व बढ़ेगा और प्रशासनिक नामों में स्पष्टता आएगी। मध्य प्रदेश सरकार लगातार जनभावनाओं और इतिहास को ध्यान में रखते हुए ऐसे कदम उठा रही है, जो विकास में पहचान की भूमिका को रेखांकित करता है।
WordPress Tags: Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Women Express पर. Hindi News और India News in Hindi से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर ज्वॉइन करें, Twitter पर फॉलो करें और Youtube Channel सब्सक्राइब करे।

