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Sunday, November 2, 2025

Ghaziabad पुलिस कमिश्नर का हुक्म, हर FIR दर्ज हो, पीड़ितों को मिले तुरंत न्याय

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गाजियाबाद/ भूपेंद्र तालान। गाजियाबाद पुलिस आयुक्त जे. रविंद्र गौड़ ने रविवार को ट्रांस हिंडन क्षेत्र के समस्त पुलिस अधिकारियों, थानाध्यक्षों, चौकी प्रभारियों, बीट निरीक्षकों और बीट प्रभारी अधिकारियों के साथ एक गंभीर एवं निर्णायक अपराध समीक्षा गोष्ठी का आयोजन किया। यह गोष्ठी क्षेत्र में बढ़ते संपत्ति संबंधी अपराधों जैसे चोरी, नकबजनी, वाहन चोरी, लूटपाट आदि की रोकथाम तथा कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से की गई। गोष्ठी में इंदिरापुरम, साहिबाबाद व शालीमार गार्डन सर्किल के कार्यों की गहन समीक्षा करते हुए पुलिस आयुक्त ने अपराध निवारण की दिशा में नई रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए।

– गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर का बड़ा एक्शन प्लान, अपराध पर ‘शून्य सहिष्णुता’
-संपत्ति अपराधों की रोकथाम के लिए इंटेलिजेंस, टेक्नोलॉजी और तत्परता पर जोर

इंदिरापुरम सर्किल में घटित घटनाओं की गूगल मानचित्र प्रस्तुति (गुगल मैपिंग) के माध्यम से अपराध की प्रवृत्तियों का अवलोकन किया गया, जिसके आधार पर प्रभावी कार्ययोजना बनाने की बात कही गई। पुलिस आयुक्त ने स्पष्ट किया कि संपत्ति संबंधी अपराधों की रोकथाम के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित तकनीकों का उपयोग बढ़ाया जाए और विशेष दक्षता वाले कर्मियों को इस कार्य में लगाया जाए।

Ghaziabad पुलिस कमिश्नर का हुक्म, हर fir दर्ज हो, पीड़ितों को मिले तुरंत न्याय

उन्होंने ऐसे अपराधियों की भौतिक पुष्टि कर उनके विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण चौराहों और संभावित मार्गों पर उच्च गुणवत्ता वाले निगरानी कैमरे लगाए जाएं। कोई भी आपराधिक सूचना मिलने पर थाना प्रभारी और बीट अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे, पीड़ित से संवाद स्थापित कर कानूनी कार्यवाही करें और प्रतिक्रिया समय की सतत निगरानी रखी जाए।

भ्रष्टाचार के विरुद्ध ‘शून्य सहिष्णुता नीति,अधिकारियों को चेतावनी

भ्रष्टाचार के विरुद्ध ‘शून्य सहिष्णुता नीति को दोहराते हुए पुलिस आयुक्त ने सभी अधिकारियों को चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर कड़ी दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि जनता के प्रति ईमानदारी, पारदर्शिता और संवेदनशीलता ही पुलिस की पहचान होनी चाहिए। जन शिकायत निवारण को प्रभावी बनाने पर जोर देते हुए निर्देश दिया गया कि थानों पर आने वाले हर व्यक्ति की प्राथमिकी अनिवार्य रूप से दर्ज की जाए, उसे अनावश्यक परेशान न किया जाए और यदि आवश्यकता हो तो तत्काल शून्य प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाए। पुलिस आयुक्त ने अंतर्राज्यीय सीमाओं पर सतत सघन जांच अभियान चलाने तथा श्रावण मास एवं आगामी पर्वों के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु विशेष योजना बनाने के निर्देश भी दिए।

अनाधिकृत अतिक्रमण पर सख्ती, भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन को प्राथमिकता

उन्होंने अनाधिकृत अतिक्रमण पर सख्ती, भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन को भी प्राथमिकता पर रखने का आह्वान किया। गोष्ठी के समापन पर उन्होंने कहा कि जनता के साथ विश्वास और संवाद बनाए रखना हर पुलिसकर्मी का नैतिक दायित्व है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे अपने कार्यक्षेत्र में सतर्क, संवेदनशील और सक्रिय रहें, ताकि शांति, सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मूल उद्देश्य को पूरी निष्ठा से पूरा किया जा सके। इस दौरान डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल, एसीपी इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

 

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