नई दिल्ली, 15 सितंबर। डिजिटल इंडिया अभियान के तहत वित्तीय समावेशन की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठा है। CSC ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड (CSC SPV) ने जुलाई 2023 से अब तक 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के लोन बांट दिए हैं। यह मील का पत्थर ग्रामीण इलाकों में छोटे-छोटे सपनों को हकीकत बनाने में मददगार साबित हो रहा है।
तेजी से बढ़ता लोन वितरण: आंकड़े जो बताते हैं कहानी
यह कार्यक्रम बेहद तेजी से आगे बढ़ रहा है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 86 करोड़ रुपये के लोन बांटे गए, जबकि 2024-25 में यह आंकड़ा 1,631 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। और अब, वित्तीय वर्ष 2025-26 में अगस्त तक ही 1,300 करोड़ रुपये का वितरण हो चुका है। इन लोन से करीब 70,000 लोग फायदा उठा चुके हैं, जिनमें ज्यादातर पहली बार लोन लेने वाले, छोटे लोन की तलाश में रहने वाले और बैंकिंग सुविधाओं से वंचित लोग शामिल हैं।
ग्रामीण परिवारों और छोटे व्यवसायों को मिला सहारा
इस पहल से ग्रामीण घरों और छोटे कारोबारों को मजबूत समर्थन मिला है। उद्यमिता को बढ़ावा देकर, परिवारों को सशक्त बनाकर और स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति देकर यह कार्यक्रम असर दिखा रहा है। सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक, यह सब कुछ संभव हुआ है CSC के विशाल नेटवर्क की वजह से। CSC के पास 5.8 लाख से ज्यादा गांव स्तर के उद्यमी (VLEs) हैं, जो पिरामल फाइनेंस के साथ मिलकर दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में समय पर और सस्ते लोन उपलब्ध करा रहे हैं।
सस्ते और आसान लोन: शोषणकारी साहूकारों से छुटकारा
ये लोन स्थानीय साहूकारों की तुलना में सस्ते और आसानी से मिलते हैं, जिससे लोगों को महंगे और शोषणकारी कर्ज से मुक्ति मिली है। इस तरह की पहल ने जमीनी स्तर पर क्रेडिट गैप को भरने में मदद की है, आजीविका को मजबूत बनाया है और लोगों को आत्मनिर्भरता की राह पर बढ़ने का आत्मविश्वास दिया है।
CSC SPV के एमडी एंड सीईओ संजय कुमार राकेश ने कहा, “यह मील का पत्थर हमारी साझा सोच को दर्शाता है, जो एक डिजिटल रूप से सशक्त समाज बनाने की है। CSC और पिरामल फाइनेंस मिलकर ग्रामीण भारत को सुलभ वित्तीय सेवाएं दे रहे हैं, जिससे वंचित क्षेत्रों में क्रेडिट गैप कम हो रहा है।”
पिरामल फाइनेंस के चीफ बिजनेस ऑफिसर जगदीप मल्लारेड्डी ने बताया, “CSC के साथ हमारी साझेदारी ने अंतिम छोर तक क्रेडिट पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। 3,000 करोड़ रुपये के वितरण का आंकड़ा ग्रामीण भारत के विश्वास को दिखाता है, और हम वित्तीय समावेशन को और गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
CSC-पिरामल साझेदारी: ग्रामीण विकास का नया द्वार
CSC और पिरामल फाइनेंस की इस साझेदारी ने न सिर्फ लोन लेना आसान बनाया है, बल्कि ग्रामीण विकास के नए अवसर भी पैदा किए हैं। CSC का डिजिटल पहुंच का अनोखा नेटवर्क और पिरामल फाइनेंस की नवीन वित्तीय योजनाएं मिलकर लाखों लोगों के लिए क्रेडिट को सुलभ, सस्ता और प्रभावी बना रही हैं।
CSC SPV इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी मंत्रालय के तहत एक स्पेशल पर्पस व्हीकल है, जो दुनिया के सबसे बड़े डिजिटल सेवा वितरण नेटवर्क को संचालित करता है। 5.8 लाख से ज्यादा VLEs के जरिए यह ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में सरकारी और वित्तीय सेवाएं पहुंचाता है, जिससे डिजिटल और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलता है।
Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Women Express पर. Hindi News और India News in Hindi से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर ज्वॉइन करें, Twitter पर फॉलो करें और Youtube Channel सब्सक्राइब करे।

