—प्रधानमंत्री के गोद लिया गांव जयापुर बना लंगड़ा आम का बड़ा निर्यातक
-बनारसी आम का विदेशों में निर्यात करना मील का पत्थर साबित होगा
—राजातालाब स्थित पेरिशबल कार्गो सेंटर से डेढ़ टन भेजा गया लंगड़ा आम
—किसानों की आमदनी दोगुना करने में मील का पत्थर साबित होगा
(सुरेश गांधी)
वाराणसी/टीम डिजिटल। आम कोई भी हो जुबान पर नाम आते ही मुंह में स्वाद और मिठास अठखेलियां करने लगती है। और बात जब बनारसी लंगड़ा की हो तो कहने के लिए कुछ बचता ही नहीं। इनके स्वाद का ही कमाल है कि चर्चा मात्र से ही मुंह से लार टपकने लगती है। सात समुंदर पार बैठे इसके दीवानों की सीजन आते ही खाने को जीह्वा छटपटाने लगता है। गर्मी शुरू होते ही इन आमों की मीठी सुगंध जैसे हवाओं में घुल जाती है। यही वजह है कि इसकी डिमांड विदेशों में भी है। खासकर लंदन में तो इसकी जबरदस्त डिमांड है। वहां के व्यापारियों के आर्डर के मुताबिक रविवार को मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने राजातालाब स्थित पेरिशबल कार्गो सेंटर से बनारसी लंगड़ा आम के डेढ़ टन के पहले खेप को हरी झंडी दिखाकर लंदन के लिए रवाना किया।
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सांसद आदर्श गांव जयापुर में इस वर्ष भारी मात्रा में बनारसी लंगड़ा आम की पैदावार हुई है। गत 28 मई को भी पहली बार 3 टन आम की एक खेप लंगड़ा और दशहरी किस्म का दुबई भेजा गया था। अब डिमांड को देखते हुए लंदन भेजा गया है। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि गांव जयापुर की जया सीड्स प्रोड्यूसर कंपनी किसान संघ द्वारा लंदन भेजा गया। आम पहले लखनऊ पहुंचेगा और मैंगो पैकहाउस रहमान खेड़ा में उसे पैक किया जाएगा। फिर वह लखनऊ हवाई अड्डे से एयर इंडिया के विमान से दिल्ली के रास्ते लंदन जाएगा। और अब लंदन के लिए 1.2 टन की खेप भेजा गया। इस खेप में लंगड़ा, रामखेड़ा, दशहरी किस्म भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि लगातार एनपीपीओ, आइजीएआइ एयरपोर्ट अथॉरिटी और मैंगो पैकहाउस के साथ समन्वय कर सुनिश्चित कराया जा रहा ताकि इस कार्य मे कोई भी बाधा उत्पन्न न हो सके।
पैकेजिंग के लिए स्थापित होगा पैकहाउस
कमिश्नर ने बताया कि उन्होंने राजातालाब स्थित पेरिशबल कार्गो सेंटर में ही आगामी एक माह के अंदर पैकेजिंग के लिए पैकहाउस स्थापित कराए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कार्गो सेंटर में वेट सोइल्टिंग एवं ग्रेडर मशीन पहले से ही लगा हुआ है और पैकेजिंग की व्यवस्था हो जाने पर यहां से दुनिया के अन्य देशो को भेजे जाने वाले फल एवं सब्जियों का पैकेजिंग कराने के लिए लखनऊ नहीं भेजना पड़ेगा और कार्गो सेंटर राजातालाब में ही पैकेजिंग होकर लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से ही सीधे विदेशों तक भेजा जा सकेगा।
किसानों की आमदनी भी दोगुना बढेगी
बताया कि गत दिनों दिल्ली के सुपरमार्केट में बनारस का आम भेजा गया था लंदन के साथ-साथ बंगलुरु के सुपर मार्केट में भी बनारसी आम भेजा गया है। उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी दोगुना करने की दिशा में बनारसी आम का विदेशों में निर्यात करना मील का पत्थर साबित होगा। किसानों का कहना है कि पहले 20 से 25 रुपये प्रतिकिलो जहां आम स्थानीय बाजार में बेचते थे, लेकिन अब 45 रुपए प्रति किलो उनके आम का दाम उन्हें मिल रहा है।