-17 से 27 नवंबर तक गुरुद्वारा साहिब में चलेगा प्रकाश पर्व का समागम
-पाकिस्तान सरकार ने जारी किया नई गाइडलाइंस, सभी देशों की संख्या निर्धारित
-कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाना अनिवार्य होगा
-यात्रा से 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट साथ रखनी अनिवार्य
-वाघा बॉर्डर पर रैपिड कोरोना टेस्ट होगा, पॉजिटिव निकले तो वापस
नई दिल्ली/ खुशबू पाण्डेय : सिखों के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 552वें प्रकाश पर्व के मौके पर भारत से तीन हजार सिख श्रद्धालु ननकाना साहिब दर्शन करने के लिए जाएंगे। ननकाना साहिब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है। इसको लेकर पाकिस्तान सरकार ने आज नई गाइडलाइंस जारी की है। पिछले साल कोरोना महामारी के चलते बेहद कम संख्या में सिख जत्थे वहां दर्शन करने जा पाए थे। गाइडलाइंस के मुताबिक कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाएगा। एनसीओसी के मुताबिक भारत सहित दुनिया भर से आने वाले सिख श्रद्धालुओंं के लिए कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगवाना अनिवार्य होगा। यात्रा से 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट साथ रखनी होगी। इसके अलावा वाघा बॉर्डर पर संयुक्त चेक पोस्ट पर श्रद्धालुओं का रैपिड कोरोना टेस्ट होगा और पॉजिटिव पाए जाने वाले को भारत वापस भेज दिया जाएगा।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय कमान और संचालन केंद्र एनसीओसी की ओर से मंगलवार को जारी गाइडलाइंस के मुताबिक श्रद्धालु 17 से 27 नवंबर तक गुरुद्वारा साहिब में आने की उम्मीद है। देश में कोरोना महामारी की स्थिति का विस्तृत रूप से आकलन करने के बाद एनीसीओसी ने सोमवार को अपनी बैठक के दौरान श्री गुरु नानक देव के 552वें प्रकाश पर्व के मौके पर सिख यात्रियों को गुरुद्वारा ननकाना साहिब आने की अनुमति दी। गाइडलाइंस में कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय प्रोटोकॉल के तहत भारत से तीन हजार सिख श्रद्धालुओंं को दर्शन की अनुमति दी जाएगी, जबकि ब्रिटेन, अमेरीका, कनाडा और अन्य देशों से रहने वाले सिख श्रद्धालुओं की संख्या 1200 से 1500 के बीच होगी। वहीं आठ से 10 हजार के करीब स्थानीय सिख श्रद्धालु ननकाना साहिब के दर्शन कर पाएंगे।
सिख जत्थे 17 नवम्बर को गुरुद्वारा ननकाना साहिब पहुंचेंगे
सिख श्रद्धालुओंं के लिए बनाए गए कार्यक्रम के मुताबिक सिख जत्थे 17 नवम्बर को गुरुद्वारा ननकाना साहिब पहुंचेंगे और 18 को ननकाना साहिब के स्थानीय गुरुद्वारे के दर्शन किए जाएंगे। इसके बाद 19 नवंबर को गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के दिन विशेष कार्यक्रम होगा और 20 नवंबर को श्रद्धालु गुरुद्वारा सच्चा सौदा का दर्शन करेंगे और वापस ननकाना साहिब आएंगे। 21 नवंबर को श्रद्धालु हसन अब्दाल स्थित गुरुद्वारा पंजा साहिब जाएंगे। 22 नवंबर को पूरा दिन वहीं ठहरेंगे। 23 नवंबर को लाहौर स्थित गुरुद्वारा डेरा साहिब पहुंचेंगे तथा 24 नवंबर को पूरा दिन यहीं बिताया जाएगा। इसके बाद 25 नवंबर को गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन किए जाएंगे। रात को यहां रुकने के बाद जत्थे अगले दिन (26 नवंबर) अमीनाबाद स्थित गुरुद्वारा रोही साहिब जाएंगे और फिर 27 नवंबर को वाघा बॉर्डर के जरिये भारत वापसी होगी।