–रेलवे का दावा, रिवर्स माइग्रेशन शुरू, ट्रेनों में बढ़ी डिमांड
-महाराष्ट, गुजरात, कर्नाटक एवं पंजाब वापसी कर रहे हैं श्रमिक
—यूपी, बिहार एवं पश्चिम बंगाल के श्रमिकों की हो रही है वापसी
—-जल्द चलाई जाएंगी और स्पेशल ट्रेनें, राज्यों से हो रहा है मंथन
(खुशबू पाण्डेय)
नई दिल्ली /टीम डिजिटल : कोविड-19 के बढ़ते कहर के चलते हुए देशव्यापी लॉकडाउन में मुबंई, दिल्ली एवं गुजरात छोडक़र अपने गांव लौटे प्रवासी श्रमिक एवं कामगार फिर अपने काम पर लौटने लगे हैं। हालांकि कोरोना का कहर मुबंई, दिल्ली और गुजरात में बढ़ता ही जा रहा है। बावजूद इसके यूपी, बिहार एवं गुजरात के श्रमिक मुबंई, दिल्ली एवं गुजरात के लिए रुख कर दिए हैं। यूपी के ज्यादातर श्रमिक एवं कामगार मुबंई एवं गुजरात के विभिन्न शहरों के लिए जा रहे हैं।
यूपी में गोरखपुर, देवरिया, गोंडा, आदि जिलों के लोग हिम्मत जुटाते हुए अपनी कर्मभूमि की ओर फिर से प्रस्थान कर रहे हैं। इसी प्रकार बिहार के भी ज्यादातर लोग मुबंई एवं गुजरात के लिए कोरोना की जंग के बीच ट्रेनों में चढ़ गए हैं। जबकि, पश्चिम बंगाल के विभिन्न शहरों के श्रमिक मुबंई के लिए शुरुआत कर दिए हैं। ये सभी लोग 1 जून से चलाई गई स्पेशल ट्रेनों के जरिये वापसी कर रहे हैं। इनकी वापसी से भारतीय रेलवे भी गदगद हैं, क्योंकि स्पशेल ट्रेनें दिल्ली एवं मुबंई से तो फुल जा रही हैं लेकिन वापसी ज्यादातर खाली ही लौट रही हैं।
यह भी पढें…भारतीय रेल में नई पोस्ट क्रियेट नहीं होगी, 2 साल से खाली पद होंगे सरेंडर
जानकारी के मुताबिक प्रवासी मजदूर अपने खर्चे पर भारतीय रेलवे द्वारा चलाई गई स्पेशल ट्रेनों से अपने कार्य स्थल पर जा रहे हैं। अधिक ांश मजदूर मुख्यत: चार प्रमुख राज्यों कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, और पंजाब की तरफ जा रहे हैं।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष के मुताबिक यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल से इन चार राज्यों को जाने वाली स्पेशल अधिकांश ट्रेनें सौ प्रतिशत से ज्यादा आक्युपेंसी पर चल रही हैं। यह भारतीय रेलवे एवं देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी एक अच्छा संकेत माना जा रहा है।
स्पेशल ट्रेनों को चलाने पर विचार कर रहा रेलवे
भारतीय रेलवे रेगुलर यात्री ट्रेनों को चलाने की बजाय स्पेशल ट्रेनों को चलाने पर विचार कर रहा है। रेलवे का कहना है कि जहां जरूरत होगी वहां से स्पेशल ट्रेन टाइम टेबल के आधार पर चलाया जाएगा। इसको लेकर रेल मंत्रालय देश के सभी राज्यों से बात कर रहा है और उनकी जरूरत जहां से होगी, वहां के हालात को देखते हुए भारतीय रेलवे स्पशेल ट्रेनों को चलाना शुरू करेगा। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव भी कहते हैं कि वह वर्तमान हालात में स्पेशल ट्रेनों को ही चलाने पर विचार कर रहे हैं। कोरोना के मद्देनजर राज्य सरकारों से चर्चा के बाद रेलवे अंतिम फैसला जल्द देगा।