नई दिल्ली /खुशबू पाण्डेय : भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने चार महीने बाद होने जा रहे 4 राज्यों में विधानसभा चुनावों को लेकर कमर कस लिया है। इसको संगठनात्मक रूप से अमलीजामा पहनाने के लिए शनिवार को भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (Jagat Prakash Nadda) ने पार्टी महासचिवों की हाईलेवल बैठक बुलाई। भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय (BJP Headquarters) में हुई बैठक में मुख्य एजेंडा चार राज्यों में विधानसभा चुनाव (assembly elections) ही रहा। इस मौके पर पार्टी के महासंपर्क अभियान जैसे मुद्दों पर भी समीक्षा की गई, लेकिन ओवरआल मीटिंग विधानसभा चुनावों पर ही फोकस रही। बता दें कि 4 महीने बाद नवम्बर में होने वाले 4 राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, तेलंगाना में विधानसभा चुनाव पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के साथ इसी सप्ताह होने जा रही क्षेत्रवार बैठकों से पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के महासचिवों के साथ चुनावी तैयारियों की समीक्षा की है। उन्होंने पार्टी के विभिन्न मोर्चों के प्रमुखों के अलावा महासचिवों के साथ बैठक कर 30 मई से 30 जून तक चले जनसंपर्क अभियान की भी समीक्षा की। नड्डा की अध्यक्षता में क्षेत्रीय बैठकों के लिए रोडमैप को अंतिम रूप दिया गया।
-BJP अध्यक्ष नड्डा ने क्षेत्रीय बैठकों के लिए रोडमैप को अंतिम रूप दिया
-चुनावी रणनीति को धार देने के लिए 6, सात और 6 जुलाई को क्षेत्रीय नेताओं की बैठक होगी
-सरकार और संगठन में फेरबदल के बीच नड्डा ने हर बिंदुओं पर की चर्चा
सूत्रों के मुताबिक नवम्बर-दिसंबर में चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों और अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले संगठन में बदलाव को लेकर इस बैठक को अहम माना जा रहा है। चुनाव के लिए संगठन को तैयार करने और चुनावी रणनीति को धार देने के लिए छह, सात और आठ जुलाई को भाजपा के क्षेत्रीय नेताओं की बैठक होगी।
सूत्रों के मुताबिक पूर्वोत्तर और पूर्वी राज्यों के नेताओं की बैठक छह जुलाई को गुवाहाटी में, उत्तरी, मध्य और पश्चिमी राज्यों के नेताओं की सात जुलाई को दिल्ली में और दक्षिणी राज्यों के नेताओं की आठ जुलाई को हैदराबाद में बैठक होने जा रही है। इन तीनों क्षेत्रों में भाजपा की चुनौतियां अलग-अलग हैं। भाजपा इन बैठकों में अलग-अलग रणनीति पर काम करेगी। सूत्रों के अनुसार जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई बैठक में क्षेत्रीय बैठकों के लिए रोडमैप को अंतिम रूप दिया गया। नड्डा ने पार्टी नेताओं को साफ कर दिया कि मोदी सरकार की उपलब्धियों और जन कल्याणकारी योजनाओं को लेकर जनता तक पहुंचने में कोई कसर नहीं होनी चाहिए। यदि पार्टी जनता तक इन्हें पहुंचाने में कामयाब होती है तो चार विधानसभाओं के साथ ही लोकसभा चुनाव की भी लड़ाई आसान हो जाएगी। उन्होंने विपक्षी दलों के भ्रष्टाचार और परिवारवाद पर भी प्रहार करने की जरूरत बताई। बैठक में बीजेपी महासचिवों में संगठन महासचिव बीएल संतोष, तरूण चुघ, दुष्यंत गौतम, सीटी रवि, डी. पुरुं देश्वरी, दिलीप सैकिया, कैलाश विजयवर्गीय, सुनील बंसल, विनोद तावडे आदि मौजूद रहे।