नई दिल्ली/ खुशबू पाण्डेय: भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने संगठन में बदलाव की शुरुआत मंगलवार को कर दी। पार्टी ने पंजाब, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश एवं झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष बदल दिए। जबकि, पांच और राज्यों के अध्यक्ष बदलने की संभावना है। संगठन में बदलाव 2024 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर हो रहा है। यही कारण है कि जातीय समीकरणों का भी ध्यान रखा गया है। इनमें से दो राज्यों में पार्टी ने पुराने चेहरों पर भरोसा जताया है जबकि अपेक्षाकृत कमजोर आधार वाले दो राज्यों में दूसरे दलों से आए नेताओं को तवज्जो दी। लंबे समय से तेलंगाना में पांव पसारने के प्रयासों में जुटी भाजपा ने केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी(G Kishan Reddy) को मैदान में उतार दिया। उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। इसी प्रकार, झारखंड में पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। पंजाब में शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन टूटने के बाद अपने दम पर संगठन को मजबूत करने में जुटी भाजपा ने कांग्रेस छोड़कर पार्टी में शामिल होने वाले सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है।
-केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी को तेलंगाना, राष्ट्रीय महासचिव डी पुरंदेश्वरी को आंध्र की कमान
-कांग्रेस से आए सुनील जाखड़ को बनाया पंजाब का अध्यक्ष
-पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी झारखंड के नए अध्यक्ष बने
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष बलराम जाखड़ के बेटे, सुनील जाखड़ पंजाब की सिख बहुल राजनीति में एक प्रमुख हिन्दू नेता माने जाते हैं। वह कांग्रेस के भी प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। वह गुरदासपुर से सांसद भी रह चुके हैं। इसी प्रकार आंध्र प्रदेश में भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री व पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव डी पुरंदेश्वरी को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी हैं। प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उन्होंने सोमू वीराजू की जगह ली है। पुरंदेश्वरी को ऐसे समय में प्रदेश भाजपा की कमान सौंपी गई है जब केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी और वहां की प्रमुख विपक्षी पार्टी तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के बीच गठबंधन की चर्चा जोरों पर है। पुरंदेश्वरी तेदेपा के संस्थापक व आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन टी रामाराव की बेटी हैं। वहीं, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस का दामन छोड़कर हाल ही में भाजपा में शामिल होने वाले किरन कुमार रेड्डी को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य नियुक्त किया गया है। इसके अलावा भाजपा ने तेलंगाना में एक और अहम नियुक्ति की है। यहां की सत्ताधारी भारत राष्ट्र समिति (BRS) से भाजपा में आने वाले पूर्व मंत्री एटेला राजेंद्र को राज्य में चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है। तेलंगाना में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। प्रदेश सरकार में छह मंत्री रेड्डी समुदाय से हैं। तेलंगाना में हुई ये नियुक्तियां राज्य के आगामी चुनावों के मद्देनजर अहम मानी जा रही है। केंद्रीय मंत्री रेड्डी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में बंडी संजय कुमार की जगह लेंगे। पिछड़े समुदाय (मुन्नरकापू) से ताल्लुक रखने कुमार को 2020 में प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। रेड्डी और राजेंद्र की नियुक्ति में जातीय समीकरण का भी खासा ख्याल रखा गया है। किशन रेड्डी जहां सर्वण हैं, वहीं राजेंद्र ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। प्रदेश अध्यक्ष के रूप में रेड्डी की नियुक्ति के बारे में पूछे जाने पर भाजपा के एक नेता ने कहा कि उनकी छवि हर जाति में स्वीकार्यता वाले नेता की है। रेड्डी और राजेंद्र की नियुक्ति से भाजपा की समाज के हर वर्ग में पहुंच सुनिश्चित होगी।