–पार्टी ने झूठा हलफनामा देने के खिलाफ अदालत में दाखिल किया केस
नई दिल्ली /टीम डिजिटल : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के को-आप्सन चुनाव में बादल दल के उम्मीदवार विक्रम सिंह रोहिणी के खिलाफ आज तीसहजारी कोर्ट में जागो पार्टी की तरफ से केस दाखिल किया गया है। कल जागो पार्टी के उम्मीदवार परमिंदर पाल सिंह के द्वारा डायरेक्टर गुरुद्वारा चुनाव को विक्रम सिंह की उम्मीदवारी रद्द करने के लिए ऐतराज दाखिल किया गया था। लेकिन डायरेक्टर गुरुद्वारा चुनाव ने विक्रम सिंह के शपथपत्र को सही मानते हुए परमिंदर पाल सिंह के द्वारा दिए गए ऐतराज को स्वीकार नहीं किया था। परमिंदर पाल ने विक्रम सिंह के द्वारा खुद को अमृतधारी बताने के शपथपत्र में किए गए दावे को गलत बताया है और अमृत की मर्यादा विक्रम सिंह के द्वारा निषेध कार्य करने के कारण भंग होने का दावा किया है।
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परमिंदर पाल सिंह ने बताया कि झूठे हलफनामे देने वाले शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवारों के खिलाफ जागो पार्टी ने धोखाधड़ी के मामले में अदालतों में मुकदमे दर्ज करवाने की शुरुआत कर दी है। इसी कड़ी में आज हलफनामे को झूठा बताते हुए मेरी तरफ से केस दाखिल किया गया है। बादलों के बाकी उम्मीदवारों के खिलाफ भी झूठे हलफनामे दाखिल करने के ओर मुकदमे भी दर्ज करवाए जाएंगे। हम जत्थेदार संतोख सिंह की सोच के वारिस हैं, इसलिए चुनाव को प्रदूषित करने वाले तत्वों को उनके अंजाम तक जरुर पहुंचाएंगे।
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बता दें कि एक दिन पहले शिरोमणि अकाली दल के एक अन्य प्रत्याशी रविन्द्र सिंह आहूजा का नामांकन इसलिए रद्द कर दिया गया, क्योंकि वह गुरुमुखी ना तो पढ़ पाए और ना ही लिख पाए। गुरुद्वारा चुनाव लडऩे के लिए गुरुमुखी आना अनिवार्य एवं पहली शर्त है। विक्रम सिंह अकाली दल के दूसरे प्रत्याशी हैं, जिनके खिलाफ जागो पार्टी अदालत पहुंच गई है। बता दें कि दो सीटों के कोआप्शन चुनाव के लिए अकाली दल ने 4 प्रत्याशी उतारे थे। इसमें से एक प्रत्याशी चुनाव से पहले ही बाहर हो गया। अब मैदान में कुल पांच प्रत्याशी हैं। 8 सितम्बर को नाम वापसी की तारीख मुकर्रर की गई है। अगर 2 से अधिक प्रत्याशी बचेंगे तो 9 सितम्बर को चुनाव करवाया जाएगा।