ग्वालियर/ सचिन बुधौलिया। मध्यप्रदेश के ग्वालियर स्थित टेकनपुर के बीएसएफ में आज से 41 वीं अखिल भारतीय पुलिस घुडवसारी चैम्पियनशिप प्रारंभ हुआ। इस कार्यक्रम का शुभारंभ बीएसएफ के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने किया। इस स्पर्धा में चार केन्द्र शासित प्रदेश, 12 राज्यों प्रशिक्षण संस्थान, केन्द्रीय बलों सहित 18 टीमें जिसमें लगभग 300 घोडे और 600 से अधिक घुडसवार जिसमें चार महिलाएं भी हैं भाग ले रहीं हैं। सिंह ने सभी टीमों के खिलाडियों तथा उनके अच्छे प्रदर्शन की कामना करते हुये प्रतियोगिता के सफल संपन्न होने की कामना की। उन्होंने कहा कि खिलाडी उत्कृष्ट खेल भावना का उदाहरण पेश करते हुये इन खेलों को नई ऊंचाईयों तक ले जाने में सफल होंगे।
—300 घोडे और 600 घुडसवार प्रतियोगिता में शामिल
—प्रतियोगिता में चार महिलाएं भी हैं कर रही हैं घुडसवारी
—बीएसएफ के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने किया शुभारंभ
—इन खेलों को नई ऊंचाईयों तक ले जाने में सफल होंगे :पंकज कुमार
उन्होंने कहा कि इन खेलों से जवानोंं का तनाव जहां दूर होता है वहीं खेल भावना मजबूत होती है। उन्होंने कहा कि इक्वेटर्न फेडरेशन ऑफ इंडिया एवं ऑल इंडिया स्पोटर्स कंट्रोल बोडर् द्वारा आयोजित तथा बीएसएफ की मेजबानी में सातवीं बार आयोजित इस स्पर्धा में ड्रेसाज, टेण्ट पेगिंग, शो जंपिग इवेंटिंग आदि के 35 रोमांचक स्पर्धाएं होंगी।
उन्होंने कहा कि पहली बार 1951 में स्पर्धा आयोजित की। इसके बाद खेलों में 1969 में घुडसवारी को शामिल किया गया। उसके बाद से कई बदलाव बोडर् ने इस स्पर्धा में किये। उन्होंने कहा कि इस बार स्पर्धा में महिलाएं भी भाग ले रही हैं इससे स्पर्धा का मान और बढ गया है।
Opening ceremony of #41AIPEC_MPDM22 held today @BSFACYTEKANPUR. Sh Pankaj Kumar Singh, IPS, DG, #BSF graced the occasion as chief guest.He conveyed good wishes to the organisers and all teams for successful conduct of the event & formally declared the championships open. pic.twitter.com/c12o0LwK1G
— BSF ACADEMY TEKANPUR (@BSFACYTEKANPUR) November 14, 2022
इस अवसर पर बावा की अध्यक्षा श्रीमती नुपुर सिंह, निर्णायक समिति के अध्यक्ष एवं सेवा निवृत निदेशक एस रामाकृष्णन एवं निर्णायक समिति के अन्य सदस्य, अपर महानिदेशक एवं निदेशक अकादमी टेकनपुर सोनाली मिश्रा, आयोजन सचिव एसएस गेहलोत, आयोजन सह सचिव नरेश तेहलान सहित अनेक अधिकारी एवं जवान मौजूद थे। स्पर्धा शुभारंभ से पूर्व असमायिक मृत्यु को प्राप्त हुये कांस्टेबल थोराट सुधीर पंठारीनाथ को दो मिनट का मौन रखकर मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।