नई दिल्ली/ खुशबू पाण्डेय : संसद से सटे श्री गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब परिसर में अंतरराष्ट्रीय सिख अध्ययन केन्द्र शुरू हो गया। अब सिख विद्यार्थी सिख धर्म, श्री गुरुग्रंथ साहिब और गुरुओं के बारे में अध्ययन कर सकेंगे। रिसर्च करने वालों के लिए यह केंद्र बहुत बड़ा तोहफा है। इसमें श्री गुरु ग्रंथ साहिब पर रिसर्च की जा सकेगी। इस केंद्र के जरिए धर्म प्रचार, कीर्तन, सिख इतिहास एवं पंजाबी भाषा को बढ़ावा देने में भी मदद मिल सकेगी।
पांच तख्तों के जत्थेदार साहिबान की मौजूदगी में अंतरराष्ट्रीय सिख अध्ययन केन्द्र व श्री गुरु तेग बहादुर होलोग्राफिक ऑडिटोरियम का उद्घाटन किया गया। इस मौके पर अकाल पुरख के आगे अरदास की गई। अध्ययन केंद्र से जुड़े रवेल सिंह के मुताबिक इस अंतर्राष्ट्रीय सिख अध्ययन सेंटर को किसी विश्वविद्यालय से गठजोड़ करेंगे ताकि हर वर्ष 2 बच्चों को स्कालर शिप दिया जा सके। यह केंद्र उन बच्चों के लिए बहुत कारगर साबित होगा, जो गुरुग्रंथ साहिब पर रिसर्च करना चाहते हैं।
-संसद के निकट बने अध्ययन केन्द्र व ऑडिटोरियम सेंटर का उद्घाटन
-पांच तख्त के जत्थेदार साहिबानों की मौजूदगी में हुई अरदास
-किसी विश्वविद्यालय से करेंगे गठजोड़, 2 बच्चों को देंगे स्कालरशिप
इस मौके पर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि यह बहुत ही उत्तम प्रयास है। पहले भी दिल्ली कमेटी द्वारा कौम के लिए प्रशंसनीय कार्य किए जा रहे हैं।
कमेटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका व महासचिव जगदीप सिंह काहलों ने कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन स्वयं पांच तख्त के जत्थेदार साहिबानों के कर कमलों द्वारा हुआ है।
इस प्रोजेक्ट के बारे में हमारे शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ रहे बच्चों को गुरु साहिबान के इतिहास से परिचित करवाया जा सके। उन्होंने लोगों से अपील किया कि वह अपने-अपने क्षेत्र में इस अहम प्राजेक्ट के बारे में लोगों को परिचित करवाएं ताकि लोग यहां आकर सिख इतिहास देख सकें। यहां प्रतिदिन 5 से 6 बजे तक शो चलाया जाएगा।
प्रोजेक्ट के चेयरमैन त्रिलोचन सिंह होंगे। जबकि प्रोजेक्ट के लिए सन इंडिया फाउंडेशन व वल्र्ड पंजाबी आर्गेनाईजेशन के विक्रमजीत सिंह साहनी व रवेल सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
समागम में सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह, सिंह साहिब ज्ञानी रणजीत सिंह गोहर ए मास्किन, सिंह साहिब ज्ञानी रघुबीर सिंह, ज्ञानी जगतार सिंह हेड ग्रंथी श्री दरबार साहिब, बाबा सुखविंदर सिंह, ज्ञानी रणजीत सिंह हेड ग्रंथी गुरुद्वारा बंगला साहिब, हरविंदर सिंह केपी वरिष्ठ उपाध्यक्ष , आत्मा सिंह लुबाना उपाध्यक्ष, जसमेन सिंह नोनी संयुक्त सचिव, सर्वजीत सिंह विर्क, विक्रम सिंह रोहिणी, भूपिंदर सिंह भुल्लर, अमरजीत सिंह पिंकी, परविंदर सिंह लकी, गुरमीत सिंह भाटिया, गुरदेव सिंह, महिंदरपाल सिंह चड्ढा, हरजीत सिंह पप्पा, जसप्रीत सिंह करमसर, सतिंदरपाल सिंह नागी, जसप्रीत सिंह विक्की मान, जगजीत सिंह दर्दी, कमेटी के सभी पदाधिकारी, सदस्य व सिख संगत मौजूद रही।