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Monday, October 7, 2024

जागो पार्टी ने मनाया चौथा स्थापना दिवस, मनजीत GK फिर चुने गए अध्यक्ष

नई दिल्ली/ अदिति सिंह । पंथक नेता जत्थेदार संतोख सिंह की पंथ प्रति सोच को समर्पित विशुद्ध धार्मिक दल जागो का चौथा स्थापना दिवस आज गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, राजौरी गार्डन में मनाया गया। इस अवसर पर श्री अखण्ड पाठ साहिब की समाप्ति के बाद कीर्तन और अरदास के बाद जागो पार्टी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने संगतों को संबोधित किया। इसके साथ ही सिंह सभा लहर के 149 वर्ष पूरे होने पर अर्धशताब्दी को समर्पित समारोहों की भी शुरूआत की गई। केंद्र सरकार के खिलाफ सिखों में आक्रोश मौजूद होने का जिक्र करते हुए जीके ने कहा कि हमारी पार्टी के पास जत्थेदार संतोख सिंह जी की 70 साल की महान विरासत है। सरकारें हमेशा सिखों के खिलाफ साजिश करती रही हैं और तथाकथित चापलूसी करने वाले सिखों से अपनी जय-जयकार करवाती रही हैं। हरियाणा कमेटी की आड़ में शिरोमणी कमेटी को तोड़ने की हो रही कोशिशों से पंथ को आगाह करते हुए जीके ने कहा कि कई देशों में हिंदुओं, मुसलमानों और ईसाइयों का राज चलता है। सिक्खों की बात करने वाली एक ही शिरोमणी कमेटी थी, जिसका अस्तित्व सिखों ने अपने बलिदानों से तैयार किया था।

-सिखों के प्रति सरकार के उदासीन रवैये को लेकर सिखों में रोष: जीके
–कौम के अधिकारों की रक्षा करने के लिए हर कुर्बानी देने के लिए तैयार 

लेकिन अपने निजी हितों के लिए कौम के गौरव को गिरवी रखने की कोशिश कर रहे कुछ लोग शिरोमणी कमेटी के कई टुकड़े करने की साजिश रच रहे हैं। बंदी सिंघों के मामले में सिखों के साथ हो रहे भेदभाव का जिक्र करते हुए जीके ने सवाल किया कि अगर राम रहीम को पैरोल और फरलो दी जा सकती है तथा राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा किया जा सकता है तो फिर बंदी सिंघों के समय यह रियायतें कहाँ चली जाती हैं? जीके ने दावा किया कि सिखों के खिलाफ सरकार के इस तरह के उदासीन व्यवहार के कारण ही आज सरकार के खिलाफ सिखों में बहुत गुस्सा है। सिख इस समय सरकार से नाराज हैं और उन्हें सरकार का तरीका पसंद नहीं आ रहा है। इसलिए जागो पार्टी सरकार की भाषा बोलने के बजाय कौम के अधिकारों की रक्षा करने के लिए हर प्रकार की कुर्बानी देने के लिए तैयार है।
इस मौके पर जागो के मुख्य महासचिव डॉ. परमिंदर पाल सिंह द्वारा पढ़े गए 4 प्रस्तावों को संगतों ने मंजूरी दी। जिसमें संविधान और न्याय के आलोक में सभी बंदी सिंहों को रिहा किया जाना चाहिए, शिरोमणी कमेटी की अखंडता के साथ छेड़छाड़ की गलती सरकारों को नहीं करनी चाहिए, गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी साहिब और गुरुद्वारा डांगमार साहिब सिखों को तुरंत सौंपा जाना चाहिए तथा सिखों को प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान और मेट्रो स्टेशनों पर सिख ककारों को लेकर मानसिक तौर पर परेशान करने के सामने आ रहे रुझान को रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उचित कदम उठाने संबंधी प्रस्ताव शामिल थे।
इस अवसर पर सर्वसम्मति से मनजीत सिंह जीके को अगले एक वर्ष के लिए जागो पार्टी का पुनः अध्यक्ष नियुक्त करने का प्रस्ताव पारित किया गया। सियासी सिख कैदी रिहाई मोर्चा (दिल्ली) के अध्यक्ष चमन सिंह और संयोजक अवतार सिंह कालका ने इस मौके पर जत्थेदार जगतार सिंह हवारा (बंदी सिंघ) की तरफ से से जीके को सिरोपा भेंट किया। इस मौके पर दिल्ली कमेटी के सदस्य परमजीत सिंह राणा, सतनाम सिंह, महेंद्र सिंह, दिल्ली कमेटी के पूर्व सदस्य हरजिंदर सिंह, सतपाल सिंह, हरमनजीत सिंह, हरजीत सिंह, मनजीत सिंह रेखी, तेजपाल सिंह और जागो के वरिष्ठ नेता राजा बलदीप सिंह, डॉ. अवनीत कौर भाटिया, विक्रम सिंह, परमजीत सिंह मक्कड़, बाबू सिंह दुखिया, जगजीत सिंह कमांडर, हरविंदर सिंह, मनजीत सिंह रूबी, मोहन सिंह, तरनजीत सिंह रिंकू और इंद्रजीत सिंह सहित सभी पदाधिकारी मौजूद थे।

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