33.1 C
New Delhi
Saturday, July 27, 2024

कवियों की चौपाल में सजी महफ़िल, कहा-मोहब्बत आसां नहीं होती’

नई दिलली /अदिति सिंह । राजधानी के उत्तम नगर ओके माडल स्कूल (OK Model School) के सौजन्य से कवियों की चौपाल का आयोजन किया गया।स्कूल के प्रबंधक रवि कुमार व प्रधानाचार्य डॉ निर्मल ने सभी कवियों का सम्मान किया।कार्यक्रम कवियों की चौपाल के संयोजक कवयित्री सीमा रंगा इन्द्रा एवं कवि डॉ नाथू लाल लोटवाड़ा ने बताया की देश के विभिन्न राज्यों के कवि व कवयित्रियों ने कवि सम्मेलन में उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर भावविभोर कर दिया . ।
ओके मॉडल स्कूल के संरक्षक योगी ओम कुमार पुण्डीर, मैनेजर रवि कुमार पुंडीर, व प्रार्चाय डॉ निर्मल पुण्डीर, कवयित्री व लेखिका सीमा रंगा इन्द्रा व नाथूलाल लोटवाडा द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की। इस मौके पर संचालनकर्ता हेमंत जगदीश शर्मा ने वाजपेयी जी की कविता आओ फिर से दीप जलाएं , आओ फिर से दीप जलाएं तथा गणेश वंदना व सरस्वती वंदना के साथ इस भव्य कार्यक्रम का शुभारम्भ किया ।
यह साहित्यिक कार्यक्रम कवयित्री सीमा रंगा ‘इन्द्रा’ व कवि डॉ नाथू लाल की अगुवाई में किया गया,जिसमें सभी पधारे रचनाकारों, कवियों व कवित्रियों का स्वागत किया गया।

बिछुड़ी तो पड़ा मालूम मोहब्बत आसां नहीं होती’
—कवियों की चौपाल में दिग्गज कवियों का सम्मान

हिमाचल प्रदेश,दिल्ली ,उत्तर प्रदेश, राजस्थान , हरियाणा नोएडा और पंजाब राज्य से आए कवियों ने अपनी रचनाओं से समाँ बांधा । दौसा/दिल्ली से डॉ नाथू लाल लोटवाड़ा ने बिछुड़ी तो पड़ा मालूम मोहब्बत आसां नहीं होती “सीमा रंगा इन्द्रा हरियाणा ने हताशा को गले लगाते नहीं, बन श्री कृष्ण जैसा और प्रेम पर “मेरे सनम मेरे साथ और देशप्रेम की रचना पढ़ी,शकुन्तला शकुन ने लठिया बाय हास्य कविता,जय सिंह जीत ने “हमारी बेटियाँ चले ले मकसद ज़रूरी है”रामेश्वर देव ने श्रृगांर ,राधेश्याम मेहरा ने वियोग ,अशोक भारद्वाज ने श्रृगांर ,संदीप सरल ने “पत्नी है सहेली ग़ज़ल,मनोज फगवाड़ा ने “मोहब्बत ही इनाम मेरा”पवन शर्मा ने हिमाचल से हवा का पैग़ाम लाया हूँ “एम.सी.योगी ने “क्या क्या बिकेगा रज़ा क्या है “नशा रोकने पर,हेमंत शर्मा ने पत्नी के मायने पर कविता,चेतन घणावत ने “द्रौपदी का चीर हरण ना रूका”कविताओं द्वारा वातावरण को मनोरंजकता प्रदान की।डॉ नाथू लाल लोटवाड़ा द्वारा लिखित कविता संग्रह “प्रतीक्षा” का विमोचन किया गया । इस पुस्तक में लेखक डॉ नाथूलाल लोटवाडा जी ने मानवीय संवेदना आत्मविश्वास ,रात में ग्रामीण प्रवेश, प्रेम सौंदर्य, विद्रोह जैसे विषय पर कविताएं लिखकर एक सुंदर पुस्तक सबके सामने प्रस्तुत की है।आमन्त्रित कवियों को मोमंटो ,पटका,शाल देकर स्कूल मैनेजर ,प्रबंधक,प्रधानाचार्य द्वारा स्वागत किया गया । सीमा रंगा इन्द्रा ने सम्मेलन में पधारे मीडिया कर्मियों, स्कूल स्टाफ व सभी कवियों को फटका देकर सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि के रुप में ओम योगी पुंडीर रवि कुमार व डॉ निर्मल द्वारा सभी कवियों का धन्यवाद किया गया। अंत में सीमा रंगा इन्द्रा व नाथूराम जी द्वारा स्कूल के प्रबंधक का धन्यवाद किया इतने भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन करने के लिए।

latest news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related Articles

epaper

Latest Articles