35.6 C
New Delhi
Wednesday, April 30, 2025

कोविड-19 : रोगियों को दवाएं एवं भोजन उपलब्ध कराएगा रोबोट

–वैज्ञानिकों ने तैयार किया एचसीएआरडी नामक रोबोट
–अस्पतालों में नर्स एवं स्वास्थ्य योद्धाओं की करेगा मदद
–कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों से बनाएगा शारीरिक दूरी
-नर्स और स्वास्थ्य स्टाफ को बचाने के लिए वैज्ञानिकों की बड़ी पहल

नई दिल्ली टीम / डिजिटल: कोविड-19 के फैलाव को रोकने और अस्पतालों में काम करने वाले नर्स एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के संक्रमित होने से बचाने के लिए वैज्ञानिकों ने एचसीएआरडी नामक रोबोट तैयार किया है। ये रोबोट कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों से शारीरिक दूरी बनाये रखने और अग्रिम पंक्ति में खड़े स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मदद करेगा। साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों के खुद संक्रमित होने के खतरे भी कम हो जाएगा।

रोबोट का निर्माण विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय से जुड़े सेंट्रल मैकेनिकल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीच्यूट के दुर्गापुर स्थिति सीएसआईआर लैब ने किया है। यह डिवाइस अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों से सुसज्जित है और आटोमैटिक एवं नेवीगेशन के मैनुअल मोड्स दोनों में ही काम करता है। यह रोबोट नेवीगेशन, ड्राअर एक्टिवेशन जैसे फीचरों वाले एक कंट्रोल स्टेशन के साथ एक नर्सिंग बूथ द्वारा नियंत्रित एवं मोनीटर किया जा सकता है। इसका उपयोग रोगियों को दवाएं एवं भोजन उपलब्ध कराने, नमूना संग्रह करने तथा आडियो-विजुअल कम्युनिकेशन करने के लिए किया जा सकता है।

इसे भी पढेकोरोना से ठीक हुए मरीजों का बिक रहा है खून, 1 लीटर की कीमत 10 लाख रुपए

CSIR -सीएमईआरआई के निदेशक प्रो. डा. हरीश हीरानी के मुताबिक यह हास्पीटल केयर एस्सिटिव रोबोटिक डिवाइस सेवाओं की प्रदायगी करने एवं अनिवार्य शारीरिक दूरी बनाते हुए कोविड-19 मरीजों की देखभाल करने वाले अग्रिम पंक्ति स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए प्रभावी हो सकते हैं। इस डिवाइस की कीमत 5 लाख रुपये से कम है तथा वजन 80 किलाग्राम से कम है।

उन्होंने बताया कि सीएसआईआर-सीएमईआरआई प्रौद्योगिकीय अंत:क्षेपों के जरिये कोविड 19 के प्रभाव को न्यूनतम करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। जैसा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया है पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमंट (पीपीई) समाज में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में काफी महत्वपूर्ण है, इसलिए संस्थान ने व्यापक रूप से आम जनता एवं स्वास्थ्य संस्थानों की सहायता करने के लिए पीपीई एवं समुदाय स्तर सुरक्षा उपकरणों को विकसित करने के लिए अपने संसाधनों को ईष्टतम रूप से प्रबंधित किया है।

इसके अलावा सीएमईआरआई (CMRI) के वैज्ञानिकों ने डिस्इंफेक्शन वाकवे, रोड सैनिटाइजर यूनिट, फेस मास्क, मैकेनिकल वेंटिलेटर एवं हास्पीटल वेस्ट मैनेजमेंट फैसिलिटी सहित कुछ अन्य कस्टमाइज्ड टेक्नोलाजी भी विकसित की है।
गौरतलब है कि देशभर के अस्पतालों में काम करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को 24 घंटे संक्रमित व्यक्तियों की देखभाल करने के कारण खुद संक्रमित हो जाने का खतरा रहता है। अब एक नए मित्र की सहायता मिलने के बाद जोखिम की मात्रा में कमी आ सकती है।

latest news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related Articles

Delhi epaper

Prayagraj epaper

Latest Articles