नई दिल्ली \ टीम डिजिटल : केंद्रीय चुनाव आयोग ने खाली पड़ी 11 राज्यों की 56 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराने की आज यहां तारीखों का ऐलान कर दिया। आयोग के मुताबिक कुल 54 विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को मतदान होगा, जबकि बिहार की वाल्मिकी नगर लोकसभा सीट और मणिपुर की दो विधानसभा सीटों पर सात नवंबर को वोट डाले जाएंगे। मतगणना सभी जगहों पर 10 नवम्बर को होगी। इसी दिन बिहार विधानसभा चुनाव की भी मतगणना होनी है। इसके अलावा कोरोना के चलते उत्पन्न स्थानीय हालातों के मद्देनजर असम, तमिलनाडु और केरल की दो-दो तथा पश्चिम बंगाल की एक विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव नहीं होंगे।
मध्य प्रदेश, यूपी, हरियाणा, गुजरात, असम, तमिलनाडु, ओडिशा में होंगे उपचुनाव
आयोग के अनुसार मध्य प्रदेश विधानसभा की 28, गुजरात की 8, उत्तर प्रदेश की 7, झारखंड, कर्नाटक, ओडिशा एवं नागालैंड की दो-दो सीट, हरियाणा, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की एक-एक सीट के लिए उपचुनाव तीन नवम्बर को होंगे। बिहार की वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव सात नवम्बर को होंगे। उसी दिन मणिपुर की दो विधानसभा सीटों के लिए भी चुनाव होगा। आयोग के मुताबिक 54 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए अधिसूचना 9 अक्टूबर को जारी होगी जबकि मतदान तीन नवम्बर को होगा।
बिहार की लोकसभा, मणिपुर की दो सीटों पर 7 नवम्बर को वोटिंग
बिहार की संसदीय सीट के लिए मतदान सात नवम्बर को होगा। उसके लिए अधिसूचना 13 अक्टूबर को जारी होगी। जहां मतदान तीन नवम्बर को होगा, वहां नामांकन की अंतिम तारीख 16 अक्टूबर है और नामांकन पत्रों की जांच 17 अक्टूबर केा होगी। साथ ही नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 19 अक्टूबर है। इसके अलावा जिन सीटों पर मतदान सात नवम्बर हो होगा, उसके लिए अधिसूचना 13 अक्टूबर को जारी होगी। नामांकन की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर है। नामांकन पत्रों की जांच 21 अक्टूबर होगी तथा नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 23 अक्टूबर तय की गई है। जबकि वोटां की गिनती और रिजल्ट 10 नवम्बर को होगी। चुनाव की घोषणा के साथ ही सभी राज्यों में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है।
54 विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को मतदान होगा
बता दें कि इन सीटों पर उपचुनाव की घोषणा करने से पहले मंगलवार को ही निर्वाचन आयोग ने एक अलग बयान जारी कर घोषणा की कि केरल, तमिलनाडु, असम और पश्चिम बंगाल की कुल सात सीटों पर इस समय उप चुनाव नहीं कराया जाएगा। आयोग की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इन राज्यों में सभी निर्वाचन अधिकारियों और मुख्य सचिवों से मिली जानकारी के आधार पर निर्णय लिया गया।
मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा सीटों पर उपचुनाव
मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा 28 विधानसभा सीटों के लिए उप चुनाव हो रहे हैं। इनमें से ज्यादातर सीटें कांग्रेस विधायकों को इस्तीफा देने और पाला बदलने के कारण खाली हुई हैं। कांग्रेस के 20 से अधिक विधायकों के इस्तीफा देने के बाद राज्य की कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई थी और भाजपा की सत्ता में वापसी हुई।