-लखनऊ में खुला राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय
-राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया क्षेत्रीय कार्यालय का उदघाटन
-यूपी में एकमात्र मुक्त विश्वविद्यालय है राजर्षि टंडन
-संवैधानिक मूल्यों के प्रति चेतना जागृत करने का दायित्व विश्वविद्यालयों को अंगीकार करना चाहिए : राज्यपाल
(विनोद मिश्रा)
लखनऊ/ डिजिटल टीम: उत्तर प्रदेश राज्य के विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) ने कहा कि संवैधानिक मूल्यों के प्रति चेतना जागृत करने का दायित्व विश्वविद्यालयों को अंगीकार करना चाहिए। संवैधानिक मूल्यों के निर्वहन से ही लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की जा सकती है। एतदर्थ प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को अपने परिसर में संविधान की प्रस्तावना,मौलिक अधिकारों एवं कर्तव्यों को प्रदर्शित करना चाहिए जिससे आम छात्र अधिकारों के साथ-साथ दायित्वों को भी दैनिक रूप में याद करें। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल शनिवार को प्रदेश के एकमात्र मुक्त विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय (Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University) के क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ के लोकार्पण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रही थीं।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि सामाजिक सरोकारों से निरपेक्ष रहकर शिक्षा के वांछित आदर्शों को पूरा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों का दायित्व बनता है कि शिक्षा के केंद्र में छात्रों को रखकर उनके अंदर सामाजिक दायित्वों का विकास करें, तथास्तु जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता अभियान तथा कुपोषण के विरुद्ध लड़ाई के लिए छात्रों को इन कार्यक्रमों में सहभागी बनाना चाहिए।
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि आज के युग में शिक्षकों का दायित्व बनता है कि वे छात्रों को अपने पारिवारिक एवं परंपरागत व्यवसायों से जोड़ने एवं नवीन प्रवृत्तियों को उसमें विकसित करने के लिए प्रेरित करें। सामाजिक सरोकार के अभाव में शिक्षा दिशाहीन होती है। राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय चुनौतियों से जुड़े विषयों को केंद्र में रखकर नए पाठ्यक्रमों की रचना करने एवं उन्हें क्रियान्वित करने के लिए साधुवाद दिया। उन्होंने मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा समाज एवं परिवार से उपेक्षित किन्नरों को उच्च शिक्षा नि: शुल्क उपलब्ध कराने तथा सजायाफ्ता कैदियों को मात्र 25% शुल्क पर उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने जैसे रचनात्मक प्रयासों की सराहना की।
कुलाधिपति ने विश्वास व्यक्त किया कि लखनऊ में नए भवन के बनने के बाद यहां से उच्च शिक्षा से वंचित वर्ग तक पहुंचने में उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय समर्थ एवं सक्षम सिद्ध होगा। राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा 2035 तक उच्च शिक्षा नामांकन अनुपात 50% तक पहुंचाने में मुक्त विश्वविद्यालय अपनी निर्णायक भूमिका अदा करेगा।उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जब हम स्वस्थ हैं तो यह राष्ट्र एवं समाज भी स्वस्थ होना चाहिए।1 उन्होंने हर्ष व्यक्त किया कि मुक्त विश्वविद्यालय अपने शैक्षिक कार्यक्रमों एवं सामाजिक सरोकार के चलते निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
सभी वर्गों तक उच्च शिक्षा को पहुंचाने के लिए विश्वविद्यालय संकल्पित : कुलपति
इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर कामेश्वर नाथ सिंह ने कहा कि समाज के सभी वर्गों तक उच्च शिक्षा को पहुंचाने के लिए विश्वविद्यालय संकल्पित है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का दायित्व बनता है कि समाज में यदि किसी विषय पर भ्रम की स्थिति उत्पन्न होती है, तो अपनी सकारात्मक भूमिका से भ्रम का निवारण करें एवं इसी दायित्व बोध से विश्वविद्यालय ने नागरिकता संशोधन अधिनियम एवं जम्मू एवं कश्मीर विषय पर जागरूकता पाठ्यक्रम इसी सत्र से प्रारंभ किया है।
राज्यपाल ने नए भवन का उद्घाटन किया
इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ क्षेत्रीय केंद्र की शिला पट्टिका का अनावरण किया तथा नए भवन का उद्घाटन किया। समारोह का संचालन प्रोफेसर गिरजा शंकर शुक्ल, निदेशक स्वास्थ्य विज्ञान विद्या शाखा ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी अजय कुमार सिंह, लखनऊ केंद्र के प्रभारी निदेशक प्रोफेसर ओमजी गुप्त, कृषि विज्ञान विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर पीपी दुबे, मानविकी विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर आरपीएस यादव एवं क्षेत्रीय समय में डॉ नीरांजलि सिन्हा समेत विश्वविद्यालय के अधिकारी शिक्षक एवं कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।