–इतिहास में पहली बार रेलमंत्री ने सभी कर्मचारियों से की बात
–कर्मचारियों का बढ़ाया हौंसला, कहा-‘रेल परिवार का हिस्सा बने रहेंगे
–सेवानिवृत्ति वास्तव में जीवन यात्रा में एक बीच का स्टेशन है: पीयूष
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल : रेल मंत्रालय ने भारतीय रेल से सेवानिवृत्त हुए 2320 अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए एक आभासी (वर्चुअल) सेवानिवृत्ति समारोह का आयोजन किया। यह एक ऐसा विशिष्ट आयोजन था, जिसमें सभी जोन, मंडल एवं उत्पादन इकाइयों को एक ही प्लेटफॉर्म पर अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ जोड़ा। रेलवे के इतिहास में पहली बार रेल मंत्री ने सेवानिवृत्त हुए सभी 2320 अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ संवाद किया। इस समारोह में रेल मंत्री पीयूष गोयल, रेल राज्य मंत्री सुरेश सी अंगड़ी, रेलवे बोर्ड के सचिव सुशांत कुमार मिश्रा और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह सेवानिवृत्ति वास्तव में किसी की भी जीवन यात्रा में एक मध्यवर्ती या बीच का स्टेशन है। इस यात्रा के बाद का आधा हिस्सा दिलचस्प हो सकता है, बशर्ते कि कोई देश के लिए कुछ बेहतर करने का फैसला करता है और व्यापक परिवर्तन लाने में अग्रणी बन जाता है। यदि हम अपने जीवन में कुछ समय बचाएं और अपने जीवन में प्राप्त अपने अनुभवों का उपयोग राष्ट्र की सेवा में करें, तो हमारे देश का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है। हम अगली पीढ़ी को बेहतर तरीके से प्रोत्साहित कर सकते हैं और उन्हें एक बेहतर देश विरासत में दे सकते हैं।
इस मौके पर पीयूष गोयल ने कहा कि ‘यह खुशी और गम का दिन है।
यह खुशी का अवसर इसलिए है क्योंकि इन पदाधिकारियों ने विभिन्न क्षेत्रों में, विभिन्न पदों पर, विभिन्न दायित्वों के निर्वहन के लिए लंबी अवधि तक अपनी सेवाएं प्रदान की हैं। रेलवे को बेहतर रेलवे बनाने में आपके योगदान और भविष्य के लिए रेलवे को तैयार करने में आपकी भूमिका को सदैव याद रखा जाएगा। पिछले कुछ वर्षों में रेलवे ने अपनी कार्यशैली में उल्लेखनीय सुधार दर्शाया है। कोविड काल में मालगाडिय़ों, पार्सल गाडिय़ों, श्रमिक विशेष रेलगाडिय़ों का परिचालन किया गया। रेलवे ने महामारी के दौरान देश की सेवा के लिए अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए हैं। रेल कर्मचारी दरअसल कोरोना योद्धाओं से कमतर नहीं हैं।
समाज को शिक्षित व आत्मनिर्भर बनाएं रिटायर्ड कर्मचारी
रेलमंत्री ने एक छोटे से कार्य ‘स्वच्छताÓ का उल्लेख किया जिसके परिणामस्वरूप व्यापक बदलाव आया। उन्होंने सेवानिवृत्त लोगों से वर्षा जल के संचयन, गीले अपशिष्ट से खाद का उत्पादन करने, किसानों की फसल पैदावार बढ़ाने के लिए अभिनव तरीके सोचने जैसे कार्य निरंतर करते रहने का आग्रह किया, जिनसे समाज में स्पष्ट नजर आने वाले बदलाव आएं। उन्होंने सुझाव देते हुए यह भी कहा कि रेलवे से सेवानिवृत्त होने वाले सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सरकारी क्षेत्र में काम करने का व्यापक अनुभव है। वे भारत सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों के बारे में आम लोगों को सूचित एवं शिक्षित कर सकते हैं, ताकि आम आदमी लाभान्वित हो सके और आत्मनिर्भर बन सके।
एक रेलकर्मी सदैव एक रेलकर्मी होता है : अंगड़ी
रेल राज्य मंत्री सुरेश सी. अंगड़ी ने सेवानिवृत्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा, ‘आप सभी के बीच रहना अत्यंत खुशी की बात है। रेलवे के साथ-साथ देश भी उन सेवाओं को कभी नहीं भूल सकता जो रेल कर्मचारियों ने अथक रूप से प्रदान की हैं। युवा कर्मचारियों को प्रेरित करने के लिए आपकी सलाह/सुझाव का सदैव स्वागत है। एक रेलकर्मी सदैव एक रेलकर्मी होता है। इन अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने रेल मंत्री व रेल राज्य मंत्री के साथ बातचीत की और उनके सेवानिवृत्ति समारोह को एक यादगार सेवानिवृत्ति समारोह बनाने के लिए उनका धन्यवाद किया। उन्होंने यह भी कहा कि वे सदैव रेल परिवार का हिस्सा बने रहेंगे।