नई दिल्ली /खुशबू पाण्डेय : रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को संसद में पेश हुए बजट की सराहना की है। साथ ही कहा कि बजट में कई ऐसे प्रावधान किए गए हैं, जिससे भारतीय रेलवे को विश्व स्तर का बनाने में बड़ी मदद मिलेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, रेलवे में 1 लाख 37 हजार करोड़ रुपये का पूंजी निवेश रखा गया है। रेलवे स्टेशनों को अपग्रेड करने के लिए 12 हजार करोड़ पहले ही अप्रूव किए जा चुके हैं। वंदे भारत ट्रेन का वर्जन- 1 पहले आ चुका है। अब वर्जन-2 को लाने की तैयारी कर रहे हैं। इसका प्रोडक्शन शुरू हो चुका है। बता दें कि इस बार के बजट में रेल मंत्रालय को 1 लाख 40 हजार 367.13 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो पिछले वित्त वर्ष के संशोधित आंकड़ों की तुलना में 20,311 करोड़ रुपये अधिक है।
-नई रेलवे लाइन डालने के लिए 25 हजार करोड़ रुपये आवंटित
-डाक और रेलवे के एकीकरण से दूरदराज के इलाकों की बदलेगी तस्वीर
-दूरस्थ लोगों के लिए बेहतर लॉजिस्टिक समाधान मिलेगा
-पटरियों का नवीनीकरण, गेज परिवर्तन, दोहरीकरण का कार्य तेजी से होगा
-रॉलिंग स्टॉक विकसित करने के लिए 7,977 करोड़ रुपये की व्यवस्था
-रेलवे में नए अत्याधुनिक कोच और प्रौद्योगिकी लाने में मदद मिलेगी
-माल ढुलाई के लिए 1475 मिलियन टन का टारगेट निर्धारित किया
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2022-23 के लिए अपने बजट भाषण में कहा कि भारत अगले तीन साल में 400 नई और ऊर्जा की दृष्टि से किफायती वंदे भारत रेलगाडिय़ों का निर्माण करेगा। रेल क्षेत्र एक स्टेशन एक उत्पाद भी विकसित करेगा, जिससे स्थानीय उत्पादों को रेलवे के जरिए ढुलाई का लाभ मिलेगा। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इन घोषणाओं का स्वागत करते हुए कहा कि डाक और रेलवे के एकीकरण से दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए बेहतर लॉजिस्टिक समाधान मिलेगा। उन्होंने कहा कि रेलवे छोटे किसानों और उद्यमियों के लिए नए उत्पाद और सेवाएं शुरू करेगा।
उन्होंने बताया कि बजट में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, संयुक्त उद्यमों और विशेष उद्देश्य वाले वाहनों में निवेश के लिए 38 हजार 686.59 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। रॉलिंग स्टॉक विकसित करने के लिए 7,977 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है, जिससे रेलवे में नए अत्याधुनिक कोच और प्रौद्योगिकी लाने में मदद मिलेगी।
रेल मंत्री ने बताया कि इस बार के बजट में समर्पित माल ढुलाई कॉरिडोर के लिए 15710.14 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। परिचालन और रखरखाव के लिए रेलवे इन परिसम्पत्तियों को मुद्रीकृत करेगी। पटरियों के नवीनीकरण के लिए बजट में 1 लाख 3 हजार 335.47 करोड़, गेज परिवर्तन के लिए 2850 करोड़ और दोहरीकरण के लिए 12 हजार 108 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। वहीं नई लाइन डालने के लिए भी 25 हजार 243 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
ढुलाई के लिए 1475 मिनियन टन का टारगेट
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा का स्वागत किया और कहा कि डाक और रेलवे के एकीकरण से दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए बेहतर लॉजिस्टिक समाधान मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे छोटे किसानों और उद्यमियों के लिए नये उत्पाद और सेवाएं शुरू करेगा। रॉङ्क्षलग स्टॉक विकसित करने के लिए 7,977 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है, जिससे रेलवे में नये अत्याधुनिक कोच और प्रौद्योगिकी लाने में मदद मिलेगी। वित्त मंत्री ने सर्मिपत माल ढुलाई कॉरीडोर (डीएफसी) के लिए 15710.14 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। परिचालन और रखरखाव के लिए रेलवे द्वारा इन परिसम्पत्तियों को मुद्रीकृत किया जाएगा। इसके अलावा वित्त मंत्रालय ने पटरियों के नवीनीकरण के लिए 13335.47 करोड़, गेज परिवर्तन के लिए 2850 करोड़ और दोहरीकरण के लिए 12108 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। नयी लाइन के लिए भी 25243 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ढुलाई के लिए 1475 मिनियन टन का टारगेट अगले साल के लिए निर्धारित किया गया है।
5जी पर सिफारिशें मार्च तक आने की उम्मीद
रेलवे एवं दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 5जी स्पेक्ट्रम पर भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की सिफारिशें मार्च तक आने की उम्मीद है, जिसके बाद अगली पीढ़ी की दूरसंचार सेवा के लिए स्पेक्ट्रम नीलामी की जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दूरसंचार विभाग जल्द से जल्द स्पेक्ट्रम की नीलामी शुरू करने के लिए नीलामी से जुड़ी अन्य प्रक्रियाओं को पूरा करने पर भी काम कर रहा है। वैष्णव ने आम बजट 2022-23 पर टिप्पणी करते हुए कहा कि 5जी पर सिफारिशें मार्च तक आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि बजट स्वदेशी तकनीकी के विकास पर केंद्रित है। मंत्री ने कहा कि सरकार 2022 में 5जी सेवाएं शुरू करने के लिए प्रयासरत है।
ट्रेन के पुराने डिब्बों की होगी छुटटी
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को बजट के बाद बातचीत के दौरान दावा किया कि रेलवे के सिस्टम से बहुत जल्द पुराने यात्री डिब्बों को बदल दिया जाएगा। इसके बाद सभी ट्रेनों में एलएचबी कोच लगाएं जाएंगे। हाल ही में पश्चिम बंगाल में हुई रेल दुर्घटना को देखते हुए रेल मंत्री ने फैसला लिया कि जल्द से जल्द सभी पुराने यात्री कोचों को बदला जाएगा। उन्होंने कहा कि बहुत तेजी के साथ नए एलएचबी कोच का निर्माण करवाया जा रहा है।
योत्रियों के लिए ट्रेनों में शुरू होगा भोजन एवं बेड रोल
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कोविड के मामलों में कमी आने के साथ ही यात्रियों को सफर के दौरान भोजन परोसा जाने लगेगा। कुछ ट्रेनों में व्यवस्था शुरू भी कर दी गई है। इसके अलावा एयरकंडीशन डिब्बों में बेड रॉल की समस्या बनी हुई है। कुछ दिन पहले कुछ ट्रेनों में चादर, तकिया एवं कंबल देने की व्यवस्था शुरू की गई थी, लेकिन कोविड की तीसरी लहर और प्रोटोकॉल को देखते हुए दोबारा बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि जैसे ही कोविड के मामले कम हो जाएंगे रेलवे दोबारा दोनों व्यवस्थाएं शुरू कर देगा।
बुलेट ट्रेन के निर्माण में आई तेजी
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को दावा किया कि सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट माने जाने वाले बुलेट ट्रेन परियोजना का काम तेजी से हो रहा है। 5 किलोमीटर पिलर का निर्माण हर महीने किया जा रहा है। आगे 10 किलोमीटर प्रत्येक माह का टारगेट तय किया गया है। उन्होंने कहा कि देश में पहली बार बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट में भारत में बने लांचर का प्रयोग किया जा रहा है। इसलिए अब विलंब होने की संभावना नहीं है।