नई दिल्ली/नेशनल ब्यूरो : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह भाजपाई हो गए। मंगलवार को वह विधिवत रूप से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। तीन दशक से अधिक समय तक कांग्रेस में रहे और विधायक से लेकर सांसद और केंद्रीय मंत्री तक का सफर तय करने वाले आरपीएन सिंह ने भाजपा में ज्वाइन करने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपा। इसके बाद नई पारी की शुरुआत की। भाजपा में शामिल होने को उन्होंने एक नयी शुरुआत करार दिया और कहा कि पहले जो कांग्रेस थी, अब वह नहीं रही और ना ही उसकी सोच रही। भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री व उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य ङ्क्षसधिया, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, उत्तर प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव ङ्क्षसह की मौजूदगी में आरपीएन सिंह ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
राहुल गांधी के करीबी आरपीएन सिंह ने छोड़ी कांग्रेस, हुए भाजपाई
-धमेंद्र प्रधान, अनुराग ठाकुर एवं यूपी अध्यक्ष की मौजूदगी में की ज्वाइनिंग
–भाजपा में शामिल होने से पहले कांग्रेस से दिया इस्तीफा
-कहा-मैं अपने राजनीतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूं। जय हिंद
इससे पहले, आरपीएन ङ्क्षसह ने भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की। उनके साथ कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रवक्ता शशि वालिया और सचिव राजेंद्र अवाना ने भी भाजपा का दामन थामा। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि विधायक, सांसद और केंद्रीय मंत्री के रूप में और कांग्रेस में सांगठनिक स्तर पर प्रमुख जिम्मेदारी निभाने वाले सिंह का भाजपा में आना शुभ संकेत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए आरपीएन ङ्क्षसह ने कहा पहले जो सपने में सोचा जाता था, उसे जमीन पर अब उतारा जा रहा है। मैं 32 सालों तक एक पार्टी में रहा और ईमानदारी और मेहनत से अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह किया। लेकिन अब वह वैसी रह नहीं गई जो थी…ना ही वह सोच रह गई है, जब मैंने वहां शुरुआत की थी।
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मंत्रिपरिषद के सदस्य रहे आरपीएन सिंह के कांग्रेस छोडऩे की अटकलें पिछले कुछ समय से लगाई जा रही थी। वह कांग्रेस में अलग-थलग महसूस कर रहे थे। उन्होंने कहा, देर आए, दुरुस्त आए। भाजपा ने शामिल होने से पहले ही ङ्क्षसह ने एक ट््वीट में कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने के लिए तत्पर हूं। वह अब तक कांग्रेस में राष्ट्रीय प्रवक्ता और झारखंड के प्रभारी की जिम्मेदारी निभा रहे थे। कांग्रेस द्वारा उत्तर प्रदेश के लिए जारी की गई स्टार प्रचारकों की सूची में भी उनका नाम था। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जारी प्रचार अभियान के बीच आरपीएन सिंह का भाजपा में शामिल होना कांग्रेस को बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। आरपीएन सिंह से पहले उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के बड़े ब्राह्मण चेहरे और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद भाजपा का दामन थाम चुके हैं। वह वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री हैं। कुशीनगर जिले के पडरौना राजघराने से ताल्लुक रखने वाले आरपीएन सिंह का पूरा नाम कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह है। उन्होंने पडरौना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर वर्ष 1996, 2002 और वर्ष 2007 में जीत दर्ज की थी। इसके बाद वह कुशीनगर से 2009 के लोकसभा चुनाव में जीतकर वह सांसद बने और मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में गृह राज्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाली। हालांकि, इसके बाद के चुनावों में उन्हें लगातार हार का ही सामना करना पड़ा। भाजपा में शामिल होने से पहले सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे त्यागपत्र की प्रति ट््िवटर पर साझा की और कहा, आज, जब पूरा राष्ट्र गणतन्त्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनीतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूं। जय हिंद। उन्होंने इस्तीफे में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए कहा है, मैं राष्ट्र, लोगों और पार्टी की सेवा करने का अवसर प्रदान करने के लिए आपका (सोनिया) धन्यवाद करता हूं।