रायपुर/ द्रौपदी साहू । साहित्य और मानवता के लिए समर्पित संस्था राष्ट्रीय संस्था सामयिक परिवेश अध्याय पत्रिका की छत्तीसगढ़ इकाई द्वारा काव्य गोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। लोक गायक कवि दिलीप टिकरिहा के सरस्वती वंदना, द्रौपदी साहू द्वारा राज गीत एवं पूर्णिमा तिवारी द्वारा स्वागत गीत की प्रस्तुति के उपरांत नावेद रजा दुर्गवि के संचालन से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। इस मौके पर सरला शर्मा हिंदी साहित्य समिति अध्यक्ष, अरुण निगम पूर्व अध्यक्ष हिंदी साहित्य समिति, आलोक नारंग हिंदी साहित्य महासचिव ने साहित्य की महत्ता, साहित्य का समाज को देन, एवं छत्तीसगढ़ के महान साहित्यकारों का उदाहरण देकर सभी कवियों को देश समाज मानवता को समर्पित उद्देश्य पूर्ण, प्रेरणा पद साहित्य एवं सतत् साहित्य सेवा द्वारा समाज सुधार पर जोर दिए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सामयिक परिवेश अध्याय पत्रिका के सह संपादक श्यामकुंवर भारती रहे। उनका साथ राज्य प्रभारी सरोज साव कमल ने दिया। कार्यक्रम के द्वितीय पाली में सामयिक परिवेश छत्तीसगढ़ अध्याय के उपस्थित सभी कवियों को शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। तत्पश्चात सभी कवियों ने अपनी-अपनी मनमोहक रचना प्रस्तुत कर सबको मंत्रमुग्ध किया। इस मौके पर श्याम कुंवर भारती ने राष्ट्रीय स्तर के सामयिक परिवेश पत्रिका का उद्देश्य एवं महान सामाजिक योगदान को विस्तार से बताया, साथ ही कहा कि यह पत्रिका केवल साहित्यिक रचना ही नहीं करता अपितु समाज के किसी भी परिवार या व्यक्ति के ऊपर कोई कष्ट या संकट आने पर तन, मन, धन से सहयोग भी करता है। गरीब कन्या का विवाह भी कराते हैं। साथ ही उन्होंने मंच पर शहीदों को समर्पित देश भक्ति गीत, गजल की प्रस्तुति से सभी कवियों को मंत्रमुग्ध किया।
इस अवसर पर श्याम कुँवर भारती, अंजनी सुधाकर, जुगेश चंद्र दास, एम एल नत्थानी, गुलाबचंद साव, वर्षा तिवारी, सरोज साव कमल राज्य प्रभारी, कमलेश प्रसाद शर्मा, पूर्णिमा तिवारी, लता शर्मा, दिलीप टिकरिहा , द्रौपदी साहू, नवेद रजा दुर्गवी, रेखराम साहू, गोपाल साहू, दीपक महापात्रे, तीजन सिन्हा, लोकगायिका- लक्ष्मी करियारे, लोकगायक- सूरज श्रीवास ने अपनी-अपनी मनमोहक प्रस्तुति से सबके हृदय में अपना स्थान सुनिश्चित किया। कार्यक्रम में सरोज साव कमल ने भी कविता पाठ के साथ ही सभी कवियों को समाज सुधार एवं सशक्त, निडर होकर सत्यता पर रचना सृजित कर देश, समाज एवं मानवतावादी साहित्य का निर्माण करने हेतु संदेश दिया। नवेद रजा दुर्गवी के संचालन दिलीप टिकरिहा, तीजन सिन्हा, द्रौपदी साहू एवं सभी कवियों के विशिष्ट सहयोग से भव्य सम्मेलन कुशलतापूर्वक संपन्न हुआ।