—CM योगी आदित्यनाथ से फ्रांस के राजदूत ने की शिष्टाचार भेंट
—फ्रांस और भारत, विशेष रूप से यूपी के मध्य सम्बन्धों को और प्रगाढ़ करने संबंधी चर्चा
—डिफेंस काॅरिडोर में एमआरओ, साइबर सिक्योरिटी क्षेत्र में निवेश की सम्भावनाएं
—फ्रांस अपने देश तथा भारत, खास तौर पर यूपी के साथ सहयोग बढ़ाना चाहता है: फ्रेंच राजदूत
लखनऊ/ टीम डिजिटल : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आज यहां उनके सरकारी आवास पर भारत में फ्रांस के राजदूत इमैन्युएल लेनैन (Emmanuel Lenain) ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर फ्रांस और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य सम्बन्धों को और प्रगाढ़ करने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच में पुराने समय से मजबूत सम्बन्ध हैं। उन्होंने फ्रांस सरकार द्वारा भारत को समय पर फाइटर जेट राफेल उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध फ्रांस भारत का सहयोगी है। उत्तर प्रदेश में फरवरी, 2020 में डिफेंस एक्सपो का आयोजन किया गया था, जिसमें 24 फ्रेंच कम्पनियों ने भाग लिया था।
Had a wonderful meeting with HE Shri Emmanuel Lenain Ji, Ambassador of France to India.
We had a fruitful discussion regarding further strengthening the ties between France and India and forging the partnership for leveraging huge potential of Uttar Pradesh. pic.twitter.com/uWO7fAAVPX
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 25, 2020
मुख्यमंत्री ने फ्रांस को उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि यहां पर निवेश की असीमित सम्भावनाएं मौजूद हैं। निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा विभिन्न सेक्टोरल पाॅलिसियों का निर्धारण किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश में विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए भी सकारात्मक माहौल बनाया गया है। ‘ईज़ आॅफ डुइंग बिज़नेस’ में उत्तर प्रदेश देश में दूसरे नम्बर पर है। देश में 02 डिफेंस काॅरिडोर स्थापित किए जा रहे हैं, जिनमें से एक उत्तर प्रदेश में बन रहा है। उन्होंने कहा कि डिफेंस काॅरिडोर में एम0आर0ओ0, साइबर सिक्योरिटी इत्यादि क्षेत्रों में निवेश की काफी सम्भावनाएं मौजूद हैं।
फ्रांस में उत्तर प्रदेश के ODOP उत्पादों के लिए बड़ा बाजार उपलब्ध
मुख्यमंत्री ने कहा कि फ्रांस में उत्तर प्रदेश के ओडीओपी उत्पादों के लिए बड़ा बाजार उपलब्ध है। उन्होंने प्रदेश में स्थापित किए जा रहे मेडिकल डिवाइस पार्क तथा फार्मा पार्क में बड़े पैमाने पर फ्रांस की कम्पनियां निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने फ्रांस के राजदूत से उत्तर प्रदेश में मौजूद निवेश के सकारात्मक माहौल का पूरा लाभ उठाने के लिए कहा। इससे भारत, उत्तर प्रदेश और फ्रांस के बीच सम्बन्ध और सघन होंगे।
UP के छात्र-छात्राओं को फ्रांस के विश्वविद्यालयों में आमंत्रित किया जाएगा
फ्रांस के राजदूत लेनैन ने कहा कि फ्रांस अपने देश तथा भारत, खास तौर पर उत्तर प्रदेश के मध्य सहयोग बढ़ाना चाहता है। यहां के छात्र-छात्राओं को फ्रांस के विश्वविद्यालयों में अध्ययन के लिए आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने आईआईएम लखनऊ का भ्रमण किया है। उनकी टीम प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों का भ्रमण करेगी। फ्रांस शिक्षा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के साथ सहयोग बढ़ाना चाहता है। उन्होंने कहा कि फ्रांस के विश्वविद्यालयों तथा उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों के मध्य आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए एमओयू भी साइन किया जा सकता है।
कई फ्रेंच कम्पनियां चीन से अन्यत्र शिफ्ट हो रही
लेनैन ने कहा कि कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों के फलस्वरूप सप्लाई चेन को सुदृढ़ करने के लिए कई फ्रेंच कम्पनियां चीन से अन्यत्र शिफ्ट हो रही हैं। इनके लिए भारत प्रथम वरीयता वाला देश है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में मौजूद सकारात्मक निवेश वातावरण के सम्बन्ध में फ्रांस की कम्पनियों को अवगत कराया जाएगा। फ्रांस की सुप्रसिद्ध कम्पनी ‘थालेस’ ने नोएडा में अपना कार्यालय स्थापित किया है। प्रदेश में निवेशकों को प्रदान की जा रही सुविधाओं को देखते हुए अन्य फ्रेंच कम्पनियां भी नोएडा में अपने कार्यालय स्थापित कर सकती हैं।