चंडीगढ़ /सर्बजीत कौर : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपनी सरकार के कार्यकाल का एक महीना पूरा होने पर शनिवार को घोषणा की है कि राज्य के प्रत्येक घर को एक जुलाई से प्रतिमाह 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के परिवारों को छोड़कर यदि दो महीने में बिजली की खपत 600 यूनिट से अधिक हो जाती है, तो उपभोक्ता को पूरे बिल का भुगतान करना होगा। इस कदम से राज्य पर 5,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। आम आदमी पार्टी ने कहा कि इस योजना से राज्य में घरेलू श्रेणी के 80 प्रतिशत बिजली उपभोक्ताओं को लाभ होगा।
—अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के परिवारों को विशेष छूट
—दो महीने में 600 यूनिट से अधिक खपत हुई तो देना होगा पूरा बिल
—राज्य पर 5,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा
—घरेलू श्रेणी के 80 प्रतिशत बिजली उपभोक्ताओं को लाभ होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति, पिछड़ी जाति, गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों और स्वतंत्रता सेनानियों को वर्तमान में हर महीने 200 यूनिट मुफ्त मिल रही है, अब उन्हें हर महीने 300 यूनिट बिजली मिलेगी। लेकिन अगर उनकी बिजली की खपत दो महीने में 600 यूनिट से अधिक हो जाती है, तो उनसे सिर्फ 600 यूनिट से अधिक के लिए शुल्क लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने शनिवार को एक वीडियो संदेश में कहा, 1 जुलाई, 2022 से पंजाब के हर घर को 300 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी। और दो महीने में यह 600 यूनिट होगी। मान ने कहा, उदाहरण के लिए, यदि उन्होंने 640 या 645 यूनिट की खपत की, तो वे 40 या 45 यूनिट के लिए भुगतान करेंगे पंजाब में दो महीने में बिजली का बिल आता है। राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने शनिवार सुबह विभिन्न अखबारों में इस घोषणा के साथ विज्ञापन प्रकाशित किए थे। पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के प्रमुख चुनावी वादों में 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा भी शामिल था। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल जून में वादा किया था कि आप के सत्ता में आने पर राज्य के प्रत्येक घर को प्रतिमाह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाएगी। मान ने दो किलोवाट तक के भार वाले मीटरों पर 31 दिसंबर, 2021 तक लंबित बिजली बिलों का बकाया माफ करने की भी घोषणा की। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि औद्योगिक और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों में कोई वृद्धि नहीं होगी, जबकि कृषक समुदाय को मुफ्त बिजली जारी रहेगी। पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार दो-तीन साल में हर गांव और कस्बे में चौबीसों घंटे बिजली की आपूॢत सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य के उपभोक्ताओं को देश में सबसे सस्ती बिजली भी मुहैया कराएगी। मान ने कहा कि मुफ्त बिजली हर घर को पैसे बचाने में मदद करेगी जिसे वे बच्चों की शिक्षा और अन्य जरूरतों को पूरा करने पर खर्च कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार लोगों से किए गए हर वादे को पूरा करेगी। इस बीच, आप के वरिष्ठ नेता और विधायक अमन अरोड़ा ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मुफ्त बिजली की घोषणा से करीब 80 फीसदी उपभोक्ताओं को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में कुल 73.50 लाख घरेलू उपभोक्ता हैं और इस योजना में 61 लाख परिवार शामिल होंगे। बिजली कंपनी पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के अनुसार लगभग 61 लाख परिवार प्रति माह 300 यूनिट से कम बिजली इस्तेमाल करते हैं। अरोड़ा ने कहा कि इस कदम से सरकारी खजाने पर 5,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ेगा। लेकिन यह बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डाला जाएगा। आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने टवीट किया कि जो वादा किया गया था, उसे पूरा कर दिया गया है। दिल्ली के बाद पंजाब की जनता को भी अब मुफ्त बिजली मिलेगी। मुख्यमंत्री मान ने बृहस्पतिवार को जालंधर में कहा था कि 16 अप्रैल को अच्छी खबर की घोषणा की जाएगी। मान ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से राष्ट्रीय राजधानी में मुलाकात कर पंजाब में 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने के तौर-तरीकों पर चर्चा की थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने मुफ्त बिजली के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी सहित पंजाब के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात की थी। वहीं, कांग्रेस विधायक सुखपाल खैरा ने मान से सवाल किया है कि जुलाई महीने से ही मुफ्त बिजली क्यों दी जाएगी और क्या बिजली उपभोक्ताओं को 300 यूनिट से अधिक खपत होने पर पूरा बिल भरना होगा। भुलत्थ से विधायक खैरा ने टवीट किया, मैं भगवंत मान द्वारा 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने के उनके वादे को पूरा करने का स्वागत करता हूं, लेकिन 1 जुलाई तक इंतजार क्यों करें? क्या वित्तीय प्रबंधन का कोई मुद्दा है? और कृपया स्पष्ट करें कि क्या 301 यूनिट होने पर उपभोक्ताओं से पूरा बिल वसूला जाएगा? क्या टयूबवेल सब्सिडी को खत्म करने के लिए कोई कदम उठाया गया है? पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर राजा वर्डिंग ने टवीट किया, भगवंत मान जी, दाल में कुछ काला है आपकी 300 यूनिट मुफ्त बिजली की सच्चाई और इससे जुड़ी शर्तों की विस्तार से पड़ताल की जाएगी और एसपीसीएल को शुभकामनाएं, जिसे अब यह सब झेलना पड़ेगा। पंजाब में पहले से ही कृषि क्षेत्र को मुफ्त बिजली मुहैया कराई जाती है। इसके अलावा सभी अनुसूचित जातियों, पिछड़ी जातियों और गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली मुहैया कराई जा रही है।