हापुड़ /शीतल नेहरा: हापुड़ से कुछ दूरी पर जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jewar International Airport) बन रहा है, जो कनेक्टिविटी को बेहतर करेगा। वैसे तो हापुड़ की अपनी पहचान रही है। कोई भी भोजन हापुड़ के पापड़ के बगैर पूरा नहीं हो सकता है। इसके बिना भोजन का स्वाद ही फीका पड़ जाता है।
पिछली सरकारों में जहां हापुड़ (Hapur) अपनी पहचान खो रहा था, वहीं हमारी सरकार ने हापुड़ को फिर से वैश्विक पहचान दिलायी है। यही नहीं गढ़मुक्तेश्वर को एक पवित्र धाम के रूप में विकसित करने के लिए बाबूगढ़ में काम किया जा रहा है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हापुड़ में आयोजित नगर निकाय जनसभा को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि देश की पहली रैपिड रेल दिल्ली से गाजियाबाद हापुड़ होते हुए मेरठ को जोड़ेगी। वहीं गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ को हापुड़ से होते हुए प्रयागराज से जुड़ेगी, जिससे जहां पहले प्रयागराज पहुंचने में 12 से 16 घंटे लगते हैं इससे आप मात्र 6 घंटे में अपनी यात्रा पूरी कर सकेंगे।
-हापुड़ के पापड़ के बिना कोई भी भोजन नहीं हो सकता पूरा
-अपने अस्तित्व को खोते हापुड़ को हमने दिलायी वैश्विक पहचान
-सीएम योगी ने हापुड़ में नगर निकाय जनसभा को किया संबोधित
यह नए उत्तर प्रदेश की पहचान बन रही है। इतना ही नहीं 12 लेने एक्सप्रेस वे हाईवे दिल्ली से मेरठ की दूरी को उसने सीमित कर दिया है अब मात्र 45 मिनट की दूरी तय की जा सकती है। प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के बड़े-बड़े कार्यों के साथ पिछले 9 बरसों में करोड़ों गरीबों को सिर ढंकने के लिए आवास, शौचालय, आयुष्मान भारत का कार्ड, जन धन के अकाउंट खोले गए।
पूरी दुनिया में भारत ही एक मात्र ऐसा देश है जिसने कोरोना काल खंड से लेकर अब तक फ्री में राशन अपने नागरिकों को दे रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में गरीब कल्याण के कार्यों के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के कार्य पूरी तेजी के साथ आगे बढ़े हैं। आज विरासत का सम्मान बढ़ा है। प्रधानमंत्री मोदी के विजन को यूपी ने लागू करके उसे अपने मिशन का हिस्सा बनाया है, जिसके परिणाम आप सबके सामने हैं।
सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले का उत्तर प्रदेश दंगा प्रदेश था। वहीं आज पूरी दुनिया में उत्तर प्रदेश के नाम से जाना जा रहा है। प्रदेश में पर्व और त्योहार के पहले कर्फ्यू लग जाते थे। आज कर्फ्यू नहीं बल्कि प्रदेश के हर कोने से कांवड़ यात्रा निकलती है। पिछले 6 वर्षों में एक भी दंगा नहीं हुआ। पेशेवर अपराधियों और माफिया का हाल तो आप देख ही रहे हैं। प्रदेश का जनमानस सुरक्षित है और विकास के बारे में सोच रही है। वहीं परिवारवाद और तमंचा वादी लोग परेशान हैं। 6 वर्ष पहले हमारा नौजवान अपनी पहचान को छुपाता था, लेकिन आज वही सीना तान कर बोलता है कि वो उत्तर प्रदेश का नागरिक है।
आज हमारा उत्तर प्रदेश पूरे देश का पेट भरने का सामर्थ्य रखता है। देश के सबसे ज्यादा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम उत्तर प्रदेश में ही हैं। जब कोरोना कालखंड में एकाएक 40 लाख कामगार और श्रमिक उत्तर प्रदेश में आए तो हमने उनका स्वागत किया और उन्हे प्रदेश की 96 लाख एमएसएमई यूनिट से जोड़ा। आज वह सभी प्रदेश में अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इस दौरान मंच पर हापुड़ निकाय के सभी प्रत्याशी मौजूद रहे।