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Saturday, April 20, 2024

परिवारवाद और परिवारवादी राजनीतिक दलों से ऊब चुका है देश : मोदी

हैदराबाद /भावना ठाकर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आह्वान किया कि वह सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के मंत्र पर चलते हुए तुष्टीकरण की बजाय तृप्तीकरण के लिए काम करें तभी एक भारत श्रेष्ठ भारत का सपना साकार होगा। मोदी ने भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की तीन दिन तक चली बैठक के समापन सत्र में मार्गदर्शन करते हुए यह आह्वान किया। साथ ही कहा कि भाजपा के लिए अवसर, भाजपा के इतिहास और विकास की यात्रा, भाजपा का भविष्य और देश के प्रति हमारा दायित्व क्या है, इसके विषय में विस्तार से कहा। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश अब परिवारवाद की राजनीति और पुरानी मानसिकता से ऊब चुका है। आने वाले दिनों में परिवारवाद की राजनीति करने वाले ऐसे दलों के लिए टिक पाना मुश्किल है।

—प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया राष्ट्रीय कार्यकारिणी का समापन
—तुष्टीकरण की बजाय तृप्तीकरण के लिए काम करे भाजपा : मोदी
—पीएम ने किया आह्वान, हैदराबाद हमारे लिए है भाग्यनगर
—अब भाजपा के कंधों पर एक भारत से श्रेष्ठ भारत की यात्रा का दायित्व

देश की जनता अब ऐसी मानसिकता को स्वीकार नहीं करेगी। स्थापना काल से ही हमारी पार्टी की आत्मा में सच्चा लोकतंत्र का संस्कार रहा है। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों, प्रभारियों, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, केन्द्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य, प्रदेश अध्यक्ष, संगठन महामंत्री समेत कुल 340 सदस्यों ने भाग लिया।
इस मौके पर तेलंगाना के भाजपा कार्यकर्ताओं का अभिनंदन किया और कहा कि हैदराबाद हमारे लिए भाग्यनगर है। हैदराबाद में सरदार पटेल ने एक भारत की नींव रखी थी, जिसको तोड़ने का बहुत प्रयास होता था। अब भाजपा के कंधों पर एक भारत से श्रेष्ठ भारत की यात्रा को पूरा करने का दायित्व है। मोदी ने कहा कि आज जब हम तेलंगाना में है तो भाजपा बहुत जगह आगे बढ़ी है। भाजपा को उसके काम, उसके सुशासन और ईमानदारी के कारण जनता का बहुत आशीर्वाद मिलता है। लेकिन बहुत से ऐसे प्रदेश हैं, जहां अभी भी संघर्ष जारी हैं। कार्यकर्ता वहां बिना सत्ता की परवाह करते हुए संघर्ष और बलिदान करते हैं। इस दिशा में उन्होंने केरल, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल की बात की। उन्होंने कहा कि हमारी सोच लोकतांत्रिक है। तभी सरदार पटेल कांग्रेस के नेता थे, लेकिन उनकी विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी हमने बनवाई। हमारी सोच लोकतांत्रिक है, इसीलिए जब हमने प्रधानमंत्री म्यूजियम बनाया तो देश के सारे प्रधानमंत्रियों को उसमें स्थान दिया।

अस्तित्व बचाने में लगे हैं कई दल, हंसे नहीं उनसे सीखें

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि आजकल कईं राजनीतिक दल अपने अस्तित्व को बचाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को सलाह दिया कि हमें उसपर न तो हास्य करना है और न व्यंग्य करना है। हमें सीखना है कि हम कोई ऐसा काम न करें जो उन्होंने किया। विविधता की शक्ति के साथ हम अपने संगठन के संकल्प को देश में विस्तारित करें। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को याद दिलाया कि उनके राजनीतिक जीवन में सेवा, संतुलन, समन्वय एवं संवाद होना चाहिए। ये कार्यकर्ताओं के गुण हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों की स्थिति बहुत खराब है। हमें उनकी इस स्थिति से सीख लेनी है कि वो कौन सी बुराई और कमियाँ हैं, जिसके कारण वे इतने नीचे आ गए, जनता से दूर होते गए और लगातार दूर होते ही जा रहे हैं। हमें उन चीजों से अपने आप को बचाए हुए रखना है क्योंकि हम अपने के लिए नहीं, बल्कि मातृभूमि के लिए कार्य कर रहे हैं।

हमारा उद्देश्य पी2 से जी2 का होना चाहिए

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा उद्देश्य पी2 से जी2 का होना चाहिए अर्थात जनता सापेक्ष, सुशासन सापेक्ष हमारी पूरी कार्य पद्धति होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने दूसरी बात कही कि हमारी सोच होनी चाहिए तुष्टिकरण से तृप्तिकरण और ये जब हम करेंगे तभी हमारे जो लक्ष्य हैं एक भारत श्रेष्ठ भारत और सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास पूरे हो पाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत के राजनीतिक दृष्टिकोण से यह बहुत बड़ी सोच है कि चुनींदा विकास की जगह सबको समान रूप से विकास के अवसर देना। दुनिया की अर्थव्यवस्था कोरोना काल में हिल गयी और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला गड़बड़ा गयी। लेकिन भारत की अर्थव्यवस्था 8.2 प्रतिशत से अधिक की दर से प्रगति कर रही है। विदेशी निवेश हो या विदेशी मुद्रा भंडार दोनों रिकॉर्ड स्तर पर है। गरीबों की संख्या में कमी आयी है।

सांसदों, विधायकों को निर्देश, ध्यान दे देंगे वोट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यकारिणी बैठक में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भाजपा के सभी विधायकों एवं सांसदों को निर्देश दिया कि वह सावधानी पूर्वक एवं निश्चित रूप से मतदान में भाग लें। इसके लिए सभी साथियों को जागरूक भी करें, ताकि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू की ऐतिहासिक जीत हो सके। पीएम ने कहा कि पहली बार देश में कोई आदिवासी महिला को राष्ट्रपति पद के लिए नामित किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें देश को बताना चाहिए कि आज पहली बार एक आदिवासी, योग्य महिला भारत की राष्ट्रपति बनने जा रही है। जो आजादी के 75 साल में आज तक नहीं हुआ था। उन्होंने संघर्ष के लिए पढ़ाई छोड़ी लेकिन समाज सेवा का भाव नहीं छोड़ा। उनका आचरण ऐसा गरिमामय होगा कि देशवासी गर्व करेंगे।

आज़ादी का अमृत महोत्सव क्यों नहीं मनाती कांग्रेस

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोकतांत्रिक परंपराओं को लेकर आज जो लोग हमारी आलोचना करते हैं उन्हें देखना चाहिए कि उनका अपना हाल क्या है। उन्होंने पूछा कि कांग्रेस ने आज़ादी की लड़ाई की अगुवाई की थी तो वह आज़ादी का अमृत महोत्सव क्यों नहीं मनाती है। क्या आज़ादी की 75 वर्षगांठ केवल भाजपा या मोदी की है। हमारी प्रतिबद्धता भारत काे दुनिया की बड़ी ताकत बनाना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी माताएं बहनें पूरे देश में हमें बहुत आशीर्वाद दे रही हैं। तो हमारा फर्ज बनता है कि जैसे उज्ज्वला योजना और ट्रिपल तलाक से लेकर दर्जनों कार्यक्रम उनके लिए किए हैं। हमारी ये प्रतिबद्धता उनके लिए हमेशा रहना चाहिए।

 

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