33.1 C
New Delhi
Saturday, July 27, 2024

कम ब्याज दर पर कोई Loan देता है तो रहें सावधान, देशभर में 1977 लोगों को ठगा

नई दिल्ली/ अदिति सिंह । दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने करीब दो हजार लोगों को शिकार बनाने वाले एक उगाही गिरोह का भंडाफोड़ (extortion racket busted) करने का दावा किया है। यह गिरोह लोगों को तत्काल कर्ज मुहैया कराकर उनसे उगाही करता था। पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जो देश के विभिन्न हिस्सों से गिरोह का संचालन कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान गुजरात निवासी मुस्तजाब गुलाम मोहम्मद नवीवाला (32), अनीसभाई अशरफभाई विंची (51), पश्चिम बंगाल निवासी गोकुल विश्वास (53), दिल्ली निवासी अशोक (36), बलवंत (39) और नितिन (24) के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, गिरोह ने देशभर के 1977 लोगों के साथ धोखाधड़ी की है।

—दिल्ली पुलिस ने उगाही गिरोह का भंडाफोड़ किया, छह गिरफ्तार
—उगाही गिरोह ने देशभर में दो हजार लोगों को बनाया शिकार
—कर्ज ऐप ‘कैश एडवांस’ के जरिये अवैध रूप से लोगों के मोबाइल डेटा तक पहुंच
—ऐप के जरिये बहुत कम ब्याज दर पर ऋण देता था ऐप को डाउनलोड

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जय गोयल नामक एक व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि कुछ व्यक्ति कर्ज ऐप ‘कैश एडवांस’ के जरिये अवैध रूप से लोगों के मोबाइल डेटा तक पहुंच हासिल कर उन्हें तत्काल कर्ज मुहैया करा रहे हैं और उसके बाद कर्ज लेने वालों को ब्लैकमेल कर रहे हैं तथा उनसे पैसों की उगाही कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस की ‘इंटेलीजेंस फ्यूज़न एंड स्ट्रेटेजिक ऑपरेशन’ (IFSO) में उपायुक्त (DCP) प्रशांत गौतम ने बताया कि जांच के दौरान आरोपियों के अलग-अलग स्थानों पर होने का पता चला था, जिन्हें छापेमारी के बाद पकड़ लिया गया। डीसीपी ने बताया कि गिरोह ऐप के जरिये बहुत कम ब्याज दर पर ऋण देता था और ऐप को डाउनलोड करने के दौरान इसके सदस्य लोगों के डेटा तक पहुंच हासिल कर लिया करते थे।

कम ब्याज दर पर कोई Loan देता है तो रहें सावधान, देशभर में 1977 लोगों को ठगा

पुलिस ने बताया कि डिजिटल माध्यम से पैसा देने के बाद वे ब्याज दर बहुत ज्यादा बढ़ा दिया करते थे और कर्ज वापस करने के बाद भी वे कर्जदारों या उनके रिश्तेदारों से और पैसों की मांग करते थे तथा इसके लिए वे उनकी तस्वीरों का इस्तेमाल करते थे। पुलिस ने बताया कि गोकुल, मुस्तजाब, अनीसभाई, अशोक और बलवंत ने कंपनियों का पंजीकरण कराया था और अपने बैंक खाते खोले थे। पुलिस ने बताया कि इन खातों में लगभग 350 करोड़ रुपये की राशि का लेनदेन हुआ है, जिसमें से 83 करोड़ रुपये कमीशन काटकर फिर से विभिन्न व्यक्तियों को सूक्ष्म ऋण के रूप में वितरित किए गए थे। पुलिस ने बताया कि नितिन पहले एक चीनी ऋण ऐप कंपनी में ‘टीम लीडर’ के रूप में काम कर चुका है और वह ऋण ऐप के काम करने के तरीके और वसूली प्रक्रिया से अच्छी तरह से वाकिफ था।

latest news

1 COMMENT

  1. सस्ते के चक्कर में अगर आप पडे तो आप ठगों से बच नहीं पाएंगे। इसलिए सभी सतर्क रहें। दिल्ली पुलिस ने बहुत अच्छा काम किया इन जालसाजों को पकडने के लिए। इन्हें कडी से कडी सजा मिलनी चाहिए और लोगों का लूटा हुआ पैसा वापस करवाना चाहिए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related Articles

epaper

Latest Articles