नई दिल्ली /नेशनल ब्यूरो : भाजपा के सिख नेता मनजिन्दर सिंह सिरसा ने कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी की तरफ से बेअदबी मामले पर की गई टिप्पणी की निंदा की है, साथ ही कहा है कि कांग्रेस पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव के मौके पर 1980 में इंदिरा गांधी की तरफ से शान्ति और सांप्रदायिक सद्भावना भंग करके सत्ता हथियाने की नीति पर चल रही है। जारी किए एक बयान में सरदार सिरसा ने कहा कि अभिषेक सिंघवी के ट्वीट में उनके लिए कुछ भी नया नहीं है जो कांग्रेस को भली भांति जानते हैं। उन्होंने कहा कि अब जब पंजाब विधान सभा चुनाव सिर पर हैं तो यह पुरानी पार्टी सिख विश्वास पर हमला करना, न्याय देने से इनकार करना और सिखों को बुरे साबित करने की इंदिरा गांधी की नीति पर चल पड़ी है। उन्होंने कहा कि 1980 में इंदिरा गांधी ने सिखों के धार्मिक स्थानों पर हमला किया, उनको उकसाया और भड़काया, न्याय देने से इनकार किया, आतंकवादी बताया और उनको मार दिया गया।
—बेअदबी के दोषियों के खिलाफ कार्यवाही होती तो ताजा घटनाएं न घटतीं
—अभिषेक मनु सिंघवी की बेअदबी मामले पर की गई टिप्पणी की निंदा
-शान्ति और सांप्रदायिक सद्भावना भंग करके सत्ता हथियाने की नीति पर चल रही कांग्रेस
सिरसा ने कहा कि कांग्रेस ने पंजाब की शान्ति और सांप्रदायिक सद्भावना भंग करके इसको आग की भट्टी में धकेल दिया और अनगिनत सिख नौजवान मारे गए और राज्यों में अपनी सरकार बना ली। अब कांग्रेस फिर इस रास्ते पर चल रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार है, पुलिस और इंटेलिजेंस इनके अधीन है जो सभी बेअदबी की घटनाएं रोकने में नाकाम रहे हैं। यदि पांच सालों में कांग्रेस सरकार ने बेअदबी के दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की होती तो फिर बेअदबी की ताजा घटनाएं न घटतीं। उन्होंने पूछा कि बेअदबी के दोषियों के खिलाफ कारवाई करने से कांग्रेस सरकार को कौन रोक रहा है?
सिरसा ने पंजाब और देश के लोगों को सतर्क किया कि वह कांग्रेस की 1980 की फूट डालो और राज की नीति से सचेत रहें जो अभिषेक मनु सिंघवी के ट्वीट में स्पष्ट नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि इन की राज्य में अपनी सरकार है और आप ही यह दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने से भाग रहे हैं। सिरसा ने आरोप लगाया कि पांच साल के दौरान कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं किया और अब जब हार नजर आ रही है, यही कारण है कि गलत रास्ता अपना रहे हैं।