नई दिल्ली/ खुशबू पाण्डेय : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित समूची भाजपा और एनडीए घटक दलों की मौजूदगी में राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। श्रीमती मुर्मू आज यहां शुक्रवार को साढ़े 12 बजे संसद भवन में राज्यसभा महासचिव के कार्यालय पहुंची और चार सेट में राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना पर्चा भरा। द्रौपदी मुर्मू की ओर से 4 सेटों में नामांकन दाखिल किया गया। पहले सेट में पीएम नरेंद्र मोदी खुद प्रस्तावक बने। इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत भाजपा संसदीय दल के सदस्यों ने उनके नाम का अनुमोदन किया। नामांकन की प्रक्रिया के दौरान जेपी नड्डा, अमित शाह और केंद्र सरकार के कई मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के ज्यादातर मुख्यमंत्री मौजूद थे। पर्चा दाखिल करने से पहले संसद भवन स्थित पुस्तकालय भवन में पहुुंची मुर्मू के साथ अन्य नेताओं ने नामांकन पत्र से संबंधित दस्तावेजी औपचारिकताओं को पूरा किया।
–नामांकन के साथ ही भाजपा-एनडीए ने किया शक्ति प्रदर्शन
-4 सेटों में दाखिल किया नामांकन, शाह, राजनाथ, संसदीय दल ने किया अनुमोदन
-संसद भवन में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर भरा पर्चा
-सभी केंद्रीय मंत्री, योगी आदित्यनाथ सहित 9 राज्यों के मुख्यमंत्री पहुंचे
-अपना दल, बीजद, वाईएसआर के नेता मौके पर रहे मौजूद
यहां से सभी प्रस्तावक प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में श्रीमती मुर्मू के साथ राज्यसभा महासचिव कार्यालय पहुंचे। संसद भवन परिसर पहुंचते ही श्रीमती मुर्मू ने वहां राष्ट्रपति महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ ङ्क्षसह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी, संसदीय कार्य मंत्री, अपना दल की नेता एवं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, सभी वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, राजग के घटक दलों के नेता मौजूद रहे। बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस तथा कई अन्य दलों के नेता भी मुर्मू के नामांकन के समय पहुंचे।
द्रौपदी मुर्मू के नाम के ऐलान के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि यह बेहतर होता कि वह निर्विरोध ही चुन ली जातीं। द्रौपदी मुर्मू के नाम के ऐलान के बाद से अब तक नवीन पटनायक, वाईएसआर कांग्रेस के नेता जगन मोहन रेड्डी ने समर्थन का ऐलान किया है। इसके अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा भी आदिवासी महिला के नाम पर समर्थन कर सकती है। ऐसे में उनकी जीत तय मानी जा रही है। इस मौके पर बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस के कई सांसद भी मौजूद थे। इससे माना जा रहा है कि एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के साथ ही शक्ति प्रदर्शन भी किया। बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस समेत कई दलों के नेताओं की मौजूदगी से साफ है कि नामांकन के साथ ही जीत का दम भी एनडीए ने भरा है। बता दें कि राष्ट्रपति पद के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोङ्क्षवद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
नड्डा ने खडग़े, चौधरी, देवेगौड़ा और अब्दुल्ला से की बात, मांगा समर्थन
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कांग्रेस नेताओं मल्लिकार्जुन खडग़े और अधीर रंजन चौधरी के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा और नेशनल कॉन्फ्रेस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला से फोन पर बात की। साथ ही राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के लिए समर्थन मांगा। सूत्रों के मुताबिक नड्डा ने विभिन्न विपक्षी दलों के इन नेताओं से राष्ट्रपति के निर्वाचन में आम सहमति बनाए जाने की अपील की। नड्डा ने कांग्रेस नेताओं, अब्दुल्ला और देवगौड़ा से आग्रह किया कि राष्ट्रपति चुनाव राजनीति से परे होना चाहिए।
द्रौपदी मुर्मू ने सोनिया गांधी, ममता बनर्जी, शरद पवार से की बात
द्रौपदी मुर्मू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार से फोन पर बात की और उनसे राष्ट्रपति चुनाव में उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करने की अपील की। सूत्रों के मुताबिक, मुर्मू ने नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले खुद ही तीनों प्रमुख विपक्षी नेताओं से बात की। सूत्रों के मुताबिक, सोनिया, ममता और पवार की ओर से मुर्मू को कोई आश्वासन तो नहीं दिया गया, लेकिन उन्होंने उन्हें शुभकामनाएं जरूर दीं।