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Saturday, July 27, 2024

इंडिया गेट पर सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगेगी, देखेगा इंडिया

नई दिल्ली /अदिति सिंह : नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती से पहले इंडिया गेट पर उनकी ग्रेनाइट की एक प्रतिमा लगाई जाएगी। इसकी घोषणा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। प्रधानमंत्री ने एक ट््वीट में कहा ऐसे समय में जब देश नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मना रहा है, मुझे आपसे यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि ग्रेनाइट की बनी उनकी एक भव्य प्रतिमा इंडिया गेट पर स्थापित की जाएगी। यह उनके प्रति देश के आभार का प्रतीक होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक नेताजी की ग्रेनाइट की प्रतिमा बनकर तैयार नहीं हो जाती, तब तक उस स्थान पर उनकी एक होलोग्राम प्रतिमा वहां लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इस होलोग्राम प्रतिमा का वह 23 जनवरी को नेताजी की जयंती के अवसर पर लोकार्पण करेंगे।

–23 जनवरी को नेताजी की जयंती के अवसर पर लोकार्पण करेंगे प्रधानमंत्री
– नेताजी की ग्रेनाइट की प्रतिमा 28 फुट ऊंची और छह फुट चौड़ी होगी
-जब तक ग्रेनाइट नहीं होगी तब तक होलोग्राम प्रतिमा रहेगी
-टीएमसी ने किया स्वागत, लेकिन झंाकी को लेकर उठाए सवाल

नेताजी की ग्रेनाइट की प्रतिमा 28 फुट ऊंची और छह फुट चौड़ी होगी और यह उस मंडप में स्थापित की जाएगी जहां कभी ङ्क्षकग जॉर्ज पंचम की प्रतिमा थी और जिसे 1968 में हटा दिया गया था।
बता दें कि प्रधानमंत्री की यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब इंडिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति की लौ का, राष्ट्रीय समर स्मारक पर जल रही लौ में विलय किए जाने को लेकर केंद्र सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर है। हालांकि इसके मद्देनजर सरकार का बचाव करते हुए आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि अमर जवान ज्योति बुझाई नहीं जा रही है बल्कि उसका राष्ट्रीय समर स्मारक पर प्रज्जवलित ज्योति के साथ विलय किया जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि जिन लोगों ने सात दशकों में कोई राष्ट्रीय समर स्मारक नहीं बनाया, अब वो लोग आज हल्ला मचा रहे हैं, जब शहीदों को एक सच्ची श्रद्धांजलि दी जा रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ ङ्क्षसह ने कहा कि इंडिया गेट पर स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित करने से भारतीयों को राष्ट्रप्रेम, स्वाभिमान और पराक्रम की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने ट््वीट किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नयी दिल्ली स्थित इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगाने के निर्णय का मैं सहर्ष स्वागत करता हूं। यह निर्णय नेताजी की 125वीं जन्म जयंती के अवसर पर कृतज्ञ राष्ट्र द्वारा उनके प्रति सम्मान की राष्ट्रीय अभिव्यक्ति है। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगने से भारत की जनता और भावी पीढिय़ों के मन में राष्ट्रप्रेम, स्वाभिमान और पराक्रम की प्रेरणा जाग्रत होगी तथा देश की आजादी बनाए रखने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने की भावना प्रज्ज्वलित होगी। इंडिया गेट पर नेताजी की एक विशाल प्रतिमा स्थापित किये जाने की घोषणा का स्वागत करते हुए सुभाष चंद्र बोस की बेटी अनिता बोस फाफ ने कहा कि नेताजी भारतीयों के दिलों में रहते थे, रहते हैं और आगे भी रहेंगे। जर्मनी में रह रहीं अनिता ने संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित एक वेबिनार में कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भारत की वित्तीय और आॢथक मजबूती के लिए एक दूर²ष्टि थी और उन्होंने तो यहां तक सोचा था कि देश को आजादी मिलने से पहले ही एक योजना आयोग का गठन कर दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि नेताजी लैंगिक समानता के प्रबल समर्थक थे और उनका सपना एक ऐसे भारत का निर्माण करना था जहां पुरुषों और महिलाओं के न केवल समान अधिकार हों, बल्कि वे समान कर्तव्य भी निभा सकें।

तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र के फैसले का स्वागत किया

इस बीच, तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र के फैसले का स्वागत किया, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए नेताजी पर आधारित पश्चिम बंगाल की झांकी को खारिज किए जाने के बाद हो रही आलोचनाओं से ध्यान हटाने के लिए यह कदम उठाया गया है। तृणमूल ने कहा कि यदि केंद्र सरकार नेताजी के लापता होने के रहस्य को उजागर करने के लिए कदम उठाती तो यह उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होती। तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने कहा, चूंकि नेताजी पर आधारित पश्चिम बंगाल की झांकी को खारिज करने से बड़ा विवाद खड़ा हो गया है, इसलिये केंद्र ध्यान हटाने की कोशिश कर रहा है। इसी कोशिश में नेताजी की प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। लेकिन हम इस निर्णय का स्वागत करते हैं।

भाजपा नेताजी की विरासत को हथियाने की कोशिश कर रही

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने PM मोदी को लिखे एक पत्र में  बोस और उनकी भारतीय राष्ट्रीय सेना पर आधारित राज्य की झांकी को अस्वीकार करने पर हैरानी व्यक्त की थी। इसमें रवींद्रनाथ टैगोर, ईश्वरचंद्र विद्यासागर, स्वामी विवेकानंद और अरङ्क्षवद जैसी अन्य बंगाली हस्तियों को भी जगह दी गई थी। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि भाजपा नेताजी की विरासत को हथियाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, नेताजी की 125वीं जयंती पर समारोहों और कार्यक्रमों को तय करने के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति बनाई गई थी लेकिन उसमें इसके बारे में कभी कोई चर्चा नहीं की गई।

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