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Wednesday, April 30, 2025

NGO युवा अनस्टॉपेबिल के प्रतिनिधिमण्डल ने CM योगी से की मुलाकात

लखनऊ /अदिति सिंह : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मंगलवार को यहां उनके सरकारी आवास पर NGO युवा अनस्टॉपेबिल के प्रतिनिधिमण्डल ने भेंट की। इस अवसर पर प्रतिनिधिमण्डल से अपने अनुभव साझा करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश असीमित सम्भावनाओं का प्रदेश है। उन्होंने कहा कि शासन के पास योजनाएं लागू करने के लिए पर्याप्त धन मौजूद है, इसका हमें सदुपयोग करना है।
उत्तर प्रदेश राज्य के पूर्वांचल सहित 38 जनपदों में लम्बे समय तक मौजूद इंसेफेलाइटिस संक्रमण एवं इसके दुष्प्रभावों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व लगभग पिछले 40 वर्षां से इस समस्या के कारण प्रमुख रूप से पूर्वांचल के बहुत से परिवार और उनके बच्चे प्रभावित हुए। वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश की सत्ता सम्भालने के बाद राज्य सरकार ने इस बीमारी पर प्रभावी नियंत्रण प्राप्त करने के उद्देश्य से योजना बनाकर अभियान पूर्वक कार्य किया। अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित करते हुए इस बीमारी से जंग लड़ी गयी।

—यूपी असीमित सम्भावनाओं का प्रदेश: मुख्यमंत्री
— श्रमिकों के बच्चों एवं अनाथ बच्चों के लिए बन रहे अटल आवासीय विद्यालय
—स्वैच्छिक संगठन युवा अनस्टॉपेबिल शिक्षा के क्षेत्र से जुड़कर अच्छा कार्य सकता है

विभागीय टीमें गठित कर उन्हें प्रभावित जनपदों के प्रभावित परिवारों से सम्पर्क करने के लिए भेजा गया। लोगों में साफ-सफाई के प्रति जागरूकता लायी गयी। स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं, बच्चों तथा लड़कियों के टीकाकरण का व्यापक अभियान चलाया गया। बीमार बच्चों को सही इलाज मुहैया कराने के दृष्टिगत स्थानीय स्तर पर पीडियाट्रिक्स ICU स्थापित किये गये, ताकि प्रभावित बच्चों को तुरन्त और उचित इलाज मिल सके। बच्चों को इन सेन्टरों पर पहंुचाने के लिए सरकारी एम्बुलेन्स की व्यवस्था की गयी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह बीमारी मच्छरों के काटने से फैलती है।

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साथ ही, यह जलजनित भी है। उन्होंने कहा कि बीमारी से बचाव के लिए हमने जनजागरूकता अभियान चलाया जिसके माध्यम से लोगों को साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल की महत्ता तथा मच्छरों से स्वयं से बचाने के उपायों के विषय में बताया। विभिन्न प्रयासों तथा अन्तर्विभागीय समन्वय के कन्वर्जेन्स से इस बीमारी पर राज्य सरकार ने विजय प्राप्त की। आज इस बीमारी से प्रभावित जनपदों में मृत्युदर में 95 प्रतिशत की कमी आयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि समाज की प्रगति के लिए शिक्षा अत्यन्त आवश्यक है। प्रदेश में बड़ी संख्या में बेसिक शिक्षा के स्कूल मौजूद हैं। राज्य सरकार द्वारा अभी तक 01 लाख 30 हजार शिक्षकों की भर्ती पारदर्शी ढंग से की जा चुकी है।

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राज्य सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर करने के उद्देश्य से स्कूलांे में छात्र-शिक्षक अनुपात तय किया। ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से स्कूलों में फर्नीचर, पेयजल, विद्युत आपूर्ति सहित अन्य अवस्थापना सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की। विद्यालयों में खेल के मैदान स्थापित करवाए तथा लाइब्रेरी भी स्थापित की गयी। राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष शिक्षा के मद में 81 हजार करोड़ रुपये का बजट प्रावधानित किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने 18 मण्डलों में श्रमिकों के बच्चों एवं अनाथ बच्चों के लिए स्थापित किये जा रहे अटल आवासीय विद्यालयों की स्थापना का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य सरकार समाज के सभी बच्चों को अच्छी गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। आगे चलकर इन विद्यालयांे की स्थापना सभी जनपदों में की जाएगी।

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मुख्यमंत्री जी ने कोरोना काल की विकट परिस्थितियों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस महामारी से लड़ने के लिए राज्य सरकार ने पहले दिन से ही रणनीति बनाकर जीवन और जीविका की रक्षा की। इस महामारी के दौरान राज्य सरकार द्वारा अपने कर्मचारियों को समय पर वेतन दिया गया। विकट परिस्थितियों के बावजूद कोई टैक्स उत्तर प्रदेश वासियों पर नहीं थोपा गया। महामारी के दौरान गरीबों को खाद्य सुरक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन मुहैया कराया गया। यह सुविधा अभी भी जारी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार मुहैया कराने में MSME  सेक्टर की बहुत बड़ी भूमिका है। उत्तर प्रदेश में MSME सेक्टर का बहुत बड़ा बेस मौजूद है। इस सेक्टर की यह विशेषता है कि इससे कम निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होते हैं। पिछली सरकारों की उदासीनता के कारण यह सेक्टर मृतप्राय हो गया था। वर्ष 2017 में जब सरकार बनी तब इस सेक्टर की बहुत बुरी स्थिति थी। लोगों को रोजगार मुहैया कराने में MSME सेक्टर के महत्व को देखते हुए राज्य सरकार ने इस सेक्टर को अनुकूल वातावरण सृजित करते हुए पुनर्जीवित किया। महत्वाकांक्षी ODOP  योजना लागू की गयी।

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सभी जनपदों के विशिष्ट उत्पाद तय किये गये और उन्हें बढ़ावा दिया गया। इसके चलते आज उत्तर प्रदेश का एक्सपोर्ट 01 लाख 56 हजार करोड़ रुपये हो गया है, जिसमें ODOP उत्पाद की प्रमुख भूमिका है।
एन0जी0ओ0 युवा अनस्टॉपेबिल के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा उत्तर प्रदेश के विकास से जुड़ने की इच्छा व्यक्त करने पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह स्वैच्छिक संगठन प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र से जुड़कर अच्छा कार्य सकता है। यह स्वैच्छिक संगठन PPP मोड में अच्छे विद्यालय स्थापित करने की सम्भावना पर कार्य करे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गो-संरक्षण के क्षेत्र मंे भी व्यापक सम्भावनाएं मौजूद हैं। इसके अलावा, अन्य क्षेत्रों में भी सम्भावनाएं तलाशी जा सकती हैं।

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NGO युवा अनस्टॉपेबिल के प्रतिनिधिमण्डल का नेतृत्व कर रहे  अमिताभ शाह ने मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे प्रदेश के 18 मण्डलों में स्थापित किये जा रहे अटल आवासीय विद्यालयों का अध्ययन करेंगे तथा इन्हें प्रदेश के अन्य जनपदों में स्थापित करने की दिशा में कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक संगठन युवा अनस्टॉपेबिल उत्तर प्रदेश के विकास का भागीदार बनना चाहता है और भविष्य में वह इस राज्य के उत्थान में अपना योगदान देगा।
NGO युवा अनस्टॉपेबिल के प्रतिनिधिमण्डल में जीरोढा के श्री निखिल कामथ, गिव इण्डिया के  अतुल सतीजा, एक्साइड के  जितेन्द्र कुमार, NGO युवा अनस्टॉपेबिल की  रश्मि शाह, वेदान्ता फाउण्डेशन की सुश्री ऋतु झींगन, HDFC बैंक की सुश्री अशिमा भट्ट, सरस्वती मेडिकल कॉलेज के डॉ0 रजत माथुर, गोदरेज की  गायत्री दिवेचा, राइट्स लि0 के  विजय किशोर, फिनोलेक्स के   अनिल वाहबी सहित अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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