नई दिल्ली /अदिति सिंह : जैसा कि सब जानते है समय समय पर समाज व देश के भले और सेवा के लिए निजी संस्थाए अपना हाथ बढ़ाती रहीं है, इसी कड़ी में दिल्ली की गैर सरकारी संस्था, नानक शाही संसार फाउंडेशन व दिल्ली के अलग अलग कोर्ट में वकालत कर रहे अधिवक्ता समाज सेवा में अपना हाथ बढ़ाने के लिए सामने आए है।
नानक शाही संसार फाउंडेशन के ट्रस्टी जसप्रीत सिंह माटा जो खुद कानून के छात्र है, उन्होंने बताया कि आज दिल्ली कनॉट प्लेस पर हुई बैठक में उनके साथ दिल्ली से लगभग 8 वकील शामिल हुए, जिन्होंने अपने पेशे के माध्यम से समाज सेवा में हाथ बटाने का एक अहम फैंसला लिया है, बैठक में शामिल अधिवक्ता उदित का कहा कि अगर कोई गरीब या ज़रूरतमंद व्यक्ति जिसकी शिकायत या एफआईआर पुलिस द्वारा दर्ज नहीं कि जाती तोह उनकी टीम मिलकर शिकायत और दर्ज करवाने व में उनकी हर सम्भव मदद करंगे।
–आर्थिक रूप से कमजोर लोंगो की कानूनी लड़ाई लड़ेगा युवाओं की फौज
बैठक में मौजूद अधिवक्ता मनमोहन झा ने बताया कि उनकी टीम आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति का केस नानक शाही संसार फाउंडेशन के माध्यम से कोर्ट में लड़ेंगे।
फाउंडेशन के ट्रस्टी जसप्रीत माटा का कहना है कि अगर साशन और प्रसाशन द्वारा अपना ड्यूटी ठीक तरीके से नहीं कि जा रही होगी तो उसपर नज़र रखते हुए जनकी टीम वह मामला कोर्ट के सामने ला कर जनता तक लाभ पहुंचाने का कार्य भी करेंगे, माटा ने बताया कि बैठक में मौजूद सभी अधिवक्ताओं ने 2-3 मुद्दों पर अपनी सहमति जताई है जिसमे प्रसाशन द्वारा इंडस्ट्री एरिया में वसूले जाने वाले कन्वर्जन चार्जेज का मुद्दा और जेलों में अपनी सज़ा काट चुके बंदी सिख उनका मुद्दा उनकी टीम देश की सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष उठाएंगे। माटा का कहना है कि अपनी सज़ा काट चुके लोगों को खुले आसमान के नीचे सांस लेने का अधिकार है और उसका हनन नहीं बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए।
बैठक में अधिवक्ता सौरव, आदिश्री मित्तल, अभिमन्यु दुबे, भावित शर्मा आदि मौजूद थे।