–दिल्ली, मध्य प्रदेश,महाराष्ट्र सरकारों की कोचों की मांग पूरी
–यूपी के फैजाबाद, भदोही, वाराणसी, बरेली, नजीबाबाद में कोच पहुंचे
–देश भर में 64 हजार बिस्तर वाले 4 हजार डिब्बों की व्यवस्था
नई दिल्ली/अदिति सिंह : रेल मंत्रालय कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान अपने 64 हजार बिस्तर क्षमता वाले 4 हजार कोचों (आइसोलेशन यूनिट के रूप में तैयार) के माध्यम से राज्य सरकारों की तरफ से मिल रही कोविड देखभाल कोचों की मांग पूरा कर रहा है। वर्तमान में इन कोविड देखभाल कोचों में 81 कोविड मरीज उपचार ले रहे हैं। जबकि 22 मरीज ठीक होकर चले गए। अब तक किसी भी कोविड देखभाल सुविधा में कोई मौत दर्ज नहीं की गई है।
इसमें राजधानी दिल्ली के दो रेलवे स्टेशन (आनंदविहार एवं शकूरबस्ती), उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों में नौ बड़े स्टेशनों पर कोच खड़े किए गए हैं। सबसे ज्यादा परेशानी दिल्ली में थी, जहां रेलवे ने राज्य सरकार की 1,200 बिस्तर क्षमता वाले 75 कोविड देखभाल कोचों की मांग पूरी की है। इनमें से 50 कोच शकूरबस्ती में खड़े हैं और 25 कोच आनंद विहार स्टेशन पर हैं। वर्तमान में, शकूरबस्ती पर 5 मरीज भर्ती कराए गए हैं, जिसमें से एक मरीज डिस्चार्ज कर दिया गया है। बीते साल (2020) में पहली कोविड लहर में, शकूरबस्ती केन्द्र पर 857 मरीज भर्ती हुए थे।
इसी प्रकार भोपाल (मध्य प्रदेश) में, रेलवे ने 292 बिस्तर क्षमता वाले 20 आइसोलेशन कोच तैनात किए हैं। इनमें 3 मरीज भर्ती कराए गए थे और वे वर्तमान में इस सुविधा का इस्तेमाल कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के नंदरूबार में 292 बिस्तर क्षमता वाले 24 आइसोलेशन कोच तैनात किए गए हैं। इस केन्द्र में अभी तक 73 लोग भर्ती कराए गए हैं। वर्तमान कोविड लहर में भर्ती हुए 55 मरीजों में से 7 मरीज डिस्चार्ज हो गए हैं। आज 26 अप्रैल को 4 नए मरीज भर्ती हुए। इस यूनिट में 326 बिस्तर अभी तक कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध हैं।
इसी प्रकार उत्तर प्रदेश में भी कोच की व्यवस्था की गई है। हालांकि राज्य सरकार ने कोचों की मांग नहीं की है, लेकिन फैजाबाद, भदोही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी, बरेली और नजीबाबाद में कुल 800 बिस्तर क्षमता (50 कोच) वाले 10-10 कोच तैनात हैं।